दिल्ली: घर-घर राशन योजना पर केंद्र की रोक, CM केजरीवाल ने बुलाई अहम बैठक

देश की राजधानी दिल्ली में राशन की डोर स्टेप डिलीवरी योजना यानी मुख्यमंत्री घर घर राशन योजना में आए व्यवधान को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अहम बैठक बुलाई है।

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Published on: 20 March 2021 4:56 AM GMT
दिल्ली: घर-घर राशन योजना पर केंद्र की रोक, CM केजरीवाल ने बुलाई अहम बैठक
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नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में राशन की डोर स्टेप डिलीवरी योजना यानी मुख्यमंत्री घर घर राशन योजना में आए व्यवधान को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अहम बैठक बुलाई है। केजरीवाल सरकार की यह योजना 25 मार्च को लॉन्च होनी थी, लेकिन केंद्र ने दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक-2021 को लोकसभा में पेश करने के बाद घर-घर राशन योजना पर रोक लगा दी थी।

केंद्र ने दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर योजना शुरू करने पर रोक लगा दी थी। इसके लिए केंद्र सरकार ने खाद्य सुरक्षा अधिनियम का हवाला दिया था। इस वजह से 25 मार्च को लॉन्च होने वाली योजना अधर में लटक गई है। वहीं योजना रोके जाने के बाद से आम आदमी पार्टी नए सिरे से केंद्र सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने इसे केंद्र सरकार और राशन माफिया की मिलीभगत का नतीजा करार दिया है।

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केंद्र की आपत्ति

केंद्र ने दिल्ली सरकार के खाद्य आपूर्ति आयुक्त को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि एनएफएसए के तहत जारी किए गए अनाज को किसी और नाम से या शब्दावली में बदलाव कर प्रचारित व वितरित नहीं किया जा सकता। इसमें बदलाव केवल संसदीय कार्यवाही से ही संभव है। ऐसे में दिल्ली सरकार एनएफएसए के नाम में कोई बदलाव न करे। साथ ही कहा गया है कि यदि राज्य सरकार चाहे तो अनुदानित खाद्यान की मात्र और इस पर अनुदान बढ़ा सकती है, साथ ही इसमें अन्य वस्तुएं भी जोड़ सकती है। लेकिन, एनएफएसए का नाम बदलने से लाभार्थियों के बीच भ्रम की स्थिति भी पैदा हो सकती है।

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25 मार्च से शुरू होनी थी योजना

आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने योजना को लांच करने की पूरी तैयारी कर ली थी। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया था। केजरीवाल सरकार 25 मार्च से योजना शुरू करने जा रही थी। इसके तहत दिल्ली के राशन कार्ड धारकों को ऑन डिमांड उनके घर पर पैकेट बंद राशन पहुंचाया जाना था, लेकिन केंद्र सरकार की आपत्तियों के बाद योजना का भविष्य अधर में लटक गया है। इस मसले पर अभी दिल्ली सरकार ने चुप्पी साध रखी है।

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