भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे: खासियतें ऐसी कि हो जाएंगे गदगद, जानें इसके बारे में

कुल 5 राज्यों से गुजरने वाला ये एक्सप्रेसवे जनवरी 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। जिन राज्यों से ये गुजरेगा, उनमें दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।

Shreya
Published on: 28 Jan 2021 10:32 AM GMT
भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे: खासियतें ऐसी कि हो जाएंगे गदगद, जानें इसके बारे में
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भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे: खासियतें ऐसी कि हो जाएंगे गदगद, जानें इसके बारे में

नई दिल्ली: भारत में दिल्ली और मुंबई के बीच देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। जिसकी लंबाई करीब 1305 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में कुल 90 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बारे में जानकारी दी थी। इसे 2018 में शुरू किया गया था और 9 मार्च 2019 को इसकी आधारशिला रखी गई।

2023 तक बनकर हो जाएगा तैयार

कुल 5 राज्यों से गुजरने वाला ये एक्सप्रेसवे जनवरी 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। जिन राज्यों से ये गुजरेगा, उनमें दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।



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इन इकनॉमिक हब्स के लिए मुहैया कराएगा शानदार कनेक्टिविटी

ये एक्सप्रेसवे जयपुर, उदयपुर, अजमेर, किशनगढ़, कोटा, चित्तौड़गढ़, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद और सूरत जैसे इकनॉमिक हब्स के लिए शानदार कनेक्टिविटी भी मुहैया कराएगा। आज हम आपको इसके बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं-

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Expressway (फोटो- सोशल मीडिया)

एक्सप्रेसवे की कुछ खास बातें

इसके बनने से दिल्ली से मुंबई के बीच की दूरी 130 किमी होगी कम

दिल्ली से मुंबई जाने में लगेंगे केवल 12 घंटे, जो कि पहले 24 घंटे हुआ करता था

यह एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा ऐसा एक्सप्रेसवे होगा, जिस पर एनिमल ओवरपास बनेंगे, ताकि जानवरों को जंगल में सड़क पार करने में कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।

हर साल लगभग 32 करोड़ लीटर फ्यूर की होगी बचत

एक्सप्रेसवे के आसपास लगाए जाएंगे 15 लाख पेड़

सालाना 85 करोड़ किमी CO2 कार्बन डाई ऑक्साइड का घटेगा उत्सर्जन

एक्सप्रेसवे में 3 अंडरपास और 5 ओवरपास

35 लाख टन सीमेंट का होगा इस्तेमाल

हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

5 लाख टन से भी अधिक इस्तेमाल का होगा इस्तेमाल

करीब 50 करोड़ क्यूबिक मीटर जमीन को मूव किया जाएगा

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