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दिल्ली अग्निकांड: बिल्डिंग के मालिक रेहान को हिरासत में लिया गया
दिल्ली के एक और अग्निकांड ने उपहार कांड की याद दिला दी। जिस अनाज मंडी इलाके में आज आग ने 40 से अधिक लोगों की जान ले ली, वहां की गलियां बहुत संकरी हैं। साथ ही, आसपास पानी का साधन भी नहीं है।
नई दिल्ली: दिल्ली के एक और अग्निकांड ने उपहार कांड की याद दिला दी। जिस अनाज मंडी इलाके में आज आग ने 40 से अधिक लोगों की जान ले ली, वहां की गलियां बहुत संकरी हैं। साथ ही, आसपास पानी का साधन भी नहीं है। इस कारण दमकल की गाडिय़ों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ा। दिल्ली पुलिस ने बिल्डिंग मालिक के भाई को हिरासत में ले लिया है। वहीं बिल्डिंग के मालिक रेहान को हिरासत में लिया गया है।
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तैयारी के साथ नहीं पहुंचीं फायर ब्रिगेड टीमें
उन्होंने कहा कि पूरी जानकारी नहीं मिलने के कारण हम तैयारी के साथ मौके पर नहीं जा सके। अगर हमें पहले ही बताया जाता कि यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग फंसे हैं तो हम और ज्यादा दल-बल के साथ यहां पहुंचते। उस स्थिति में ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
चीफ फायर ऑफिसर का कहना है कि 50 से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है। उनमें से ज्यादातर लोगों की जान बच जाने की उम्मीद है। हालांकि जिन्हें निकालने में देर हो गई, उनके बचने की उम्मीद काफी कम है क्योंकि धुआं इतना गहरा गया था कि दम घुटने की आशंका बहुत ज्यादा है।
फैक्ट्री के साथ रिहाइश भी
आग ने इतने ज्यादा लोगों की जान इसलिए ले ली क्योंकि जिस बिल्डिंग में आग लगी, उसमें फैक्ट्री के साथ-साथ लोगों की रिहाइश भी है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में बेकरी गोदाम चल रहा था और लोग वहीं सोते भी थे। यहां पैकेजिंग का काम भी होता था। चूंकि फैक्ट्रियां आपस में जुड़ी हुई हैं, इसलिए आग ने जल्द ही तेजी पकड़ ली और आसपास की बिल्डिंगों में फैल गई।
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तेजी से नहीं किया जा सका राहत कार्य
इलाके की गलियां बेहद संकरी होने के कारण दमकल की गाडिय़ों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक बार में एक ही गाड़ी अंदर जा पा रही थी। इस कारण राहत कार्य को तेजी से अंजाम नहीं दिया जा सका। राहत कार्य में देरी के कारण धुएं का गुबार फैलता गया और लोग बेहोश होने लगे।
कई अस्पतालों में चल रहा इलाज
बहरहाल, निकाले गए लोगों को एलएनजेपी, सफदरजंग, हिंदूराव और आरएमएल अस्पतालों में पहुंचाया गया है। कहा जा रहा है कि इन अस्पतालों का बर्न वॉर्ड घटना के शिकार लोगों से भर चुका है। इनके इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से भी डॉक्टरों को बुलाया गया है।
अस्पतालों में भी झुलसे लोगों के इलाज को लेकर हडक़ंप मचा हुआ है। लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 70 एंबुलेंस को लगाया गया था। इसके साथ ही करीब 35 फायर ब्रिगेड टीमें राहत कार्य में जुटी थीं। ये टीमें अभी भी मौके पर अपने काम में जुटी हुई हैं।
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