TRENDING TAGS :
पाकिस्तान से आई तबाही: भारत में किसानों के लिए खतरे की घंटी, जल्द होगा रोकना
पाकिस्तान अपनी जलील हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक तरफ कश्मीर में आंतकी हमले करवा रहा है तो दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान की सीमा में टिड्डियों का बड़ा दल भेजकर घुसपैठ कर रहा है।
नई दिल्ली: दुनियाभर के लगभग ज्यादातर देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान अपनी जलील हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक तरफ कश्मीर में आंतकी हमले करवा रहा है तो दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान की सीमा में टिड्डियों का बड़ा दल भेजकर घुसपैठ कर रहा है। पश्चिमी राजस्थान की सीमाओं में लगातार बीते कुछ दिनों से टिड्डियों का बड़ा हमला हो रहा है।
ये भी पढ़ें...लगा तगड़ा झटका: बढ़े पेट्रोल-डीजल समेत शराब के दाम, CM योगी का ऐलान
टिड्डियों ने सारी फसल नष्ट कर दी
साथ ये भी बताया जा रहा है कि किसान टिड्डियों का कहर बीते साल देख चुके हैं। उस समय इस हरकत से पूरी फसल चौपट हो गईं थीं। किसानों का कहना है कि पिछले साल भी टिड्डियों ने सारी फसल नष्ट कर दी थी। एक तरफ तो कोरोना वायरस का खतरा जिससे खुद को बचाना है और दूसरी तरफ फसलों को भी टिड्डियां से बचाना है।
ऐसे में टिड्डियों के हमले से किसान बहुत परेशान हैं और इससे फसल को बचाने के लिए किसान घर के बर्तन बजाकर टिड्डियों को खेत से भगा रहें हैं।
इसी में किसान राजेन्द्र का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से मेरे गांव सहित बॉर्डर के दूसरे गांवों में टिड्डियों का बड़ा हमला हो रहा है जिससे हम सभी परेशान हैं। हमें फसलों को टिड्डियों और मकोड़े से बचाना है।
ये भी पढ़ें...सेना पर भयंकर पत्थरबाजी: आतंकी रियाज की मौत पर हंगामा, घाटी में बिगड़े हालात
टिड्डी नियत्रंण को लेकर समुचित प्रबंध
हालातों को नियंत्रित करने के लिए अब किसानों की मांग है कि केंद्र और राज्य की सरकारें टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए कोई उचित व्यवस्था करें या हवाई स्प्रे से इन्हें कंट्रोल करे।
साथ ही तामलोर के सरपंच हिंदूसिंह का कहना है कि टिड्डियां आने की सूचना हमें पहले से थी इसके लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में पहले ही कृषि विभाग, टिड्डी विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग भी हुई थी और उन्हें निर्देशित भी कर दिया गया था कि टिड्डी नियत्रंण को लेकर समुचित प्रबंध करें।
ये भी पढ़ें...देश को मिली सफलता: इन खूंखार आतंकियों का सेना ने किया खात्मा
पहले टिड्डियां बॉर्डर के गांवों में देखी गईं
आगे सरपंच हिंदूसिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को टिड्डी नियत्रंण के लिए कंट्रोल रूम भी खोला जा चुका है। कंट्रोल रूम के नंबर भी सावर्जनिक कर दिए गए हैं और टीड्डियों के आने की सूचना इस नम्बर पर देने के लिए कहा गया है। दो दिन पहले टिड्डियां बॉर्डर के गांवों में देखी गईं थीं।
वहीं मंगलवार रात को गिड़ा तहसील के इंद्राणियों का तला और रतनणियों का तला में टीड्डियां आई थीं जिसको कंट्रोल करने के लिए 4 गाड़ियां भेजी गईं। इसके साथ गडरा रोड ने पांचला, रोहिड़ाला, बिजावल, रेणु का पार, सोड़ियाला मायानी गांवों में टीड्डियां आईं थीं।
ये भी पढ़ें...मोदी-योगी का ये सपना: जिस पर तेजी से हो रहा काम, मिलेगी बड़ी राहत