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सीमा पर नई चाल: चीन के लिए बन रही सड़क, नेपाल भुगतेगा इसका परिणाम

चीन की तरह नेपाल का भी सीमा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। तनातनी के चलते नेपाल ने अब सीमा पर सड़क बनाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले से लगी हुई सीमा के पास धारचूला-तिनकर रोड के निर्माण का काम तेज कर दिया है।

Vidushi Mishra
Published on: 27 Jun 2020 11:06 AM IST
सीमा पर नई चाल: चीन के लिए बन रही सड़क, नेपाल भुगतेगा इसका परिणाम
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नई दिल्ली : चीन की तरह नेपाल का भी सीमा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। तनातनी के चलते नेपाल ने अब सीमा पर सड़क बनाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले से लगी हुई सीमा के पास धारचूला-तिनकर रोड के निर्माण का काम तेज कर दिया है। सीमा पर सड़क निर्माण के लिए नेपाल ने अपनी सेना को तैनात किया है। इसके साथ ही बिल्कुल चीन की नकल करते हुए नेपाल ने भी सीमा के पास एक हेलिपैड भी तैयार कर लिया है। बता दें, नेपाल द्वारा इस सड़क के निर्माण से चीन की सीमा तक नेपाल आने-जाने का रास्ता बेहद आसान हो जाएगा।

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'महाकाली कॉरिडोर'

इस सड़क का नाम नेपाल ने 'महाकाली कॉरिडोर' के नाम से धारचूला-तिनकर रोड का निर्माण कार्य प्रगतिशील कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नेपाल सरकार की ओर से यह कदम 'भारतीय सड़कों पर नेपाली नागरिकों की निर्भरता को कम करने के लिए' उठाया गया है। कई सारे नेपाली नागरिकों को अपने गांवों तक पहुंचने के लिए भारत की सीमा में सड़कों का इस्तेमाल करना पड़ता है।

नेपाल द्वारा इस सड़क के निर्माण से नेपाली सशस्त्र पुलिस के लिए पेट्रोलिंग करना भी आसान हो जाएगा। नेपाल ने सीमा से लगे इलाकों में कई सारे आउटपोस्ट बनाए हैं।

चीन की सीमा

सबसे बड़ी बात ये है कि इसके साथ ही बड़ा फायदा नेपाल से चीन की सीमा तक पहुंचने में हो जाएगा। इस सड़क के लास्ट पॉइंट तिनकर के बाद चीन की सीमा लगती है।

वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कैलाश मानसरोवर जाने वाले यात्रियों को ले जाने में नेपाल के टूर ऑपरेटर्स को भी फायदा मिलेगा।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नेपाल सरकार ने कुछ महीने पहले 134 किलोमीटर लंबी इस सड़क को पूरा करने के लिए सेना को तैनात किया था। बीते एक दशक में इस सड़क का केवल 43 किलोमीटर हिस्सा ही पूरा हो पाया है।

ऐसे में धारचूला के एसडीएम ने बताया, 'हमें इस बात की जानकारी मिली है कि नेपाल में सीमा के पास घाटियाबागर इलाके में सड़क निर्माण के लिए सामानों की आवाजाही के लिए एक हेलिपैड भी तैयार किया गया है।

नेपाल के धारचूला के चीफ डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर शरद कुमार पोखरेल से इस बारे में बातचीत की, जिन्होंने सड़क निर्माण की पुष्टि। हालांकि उन्होंने आगे कुछ भी टिप्पणी करने से साफ मना कर दिया है।

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Vidushi Mishra

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