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पंजाब: किसानों का बड़ा एलान- जारी रहेगा आंदोलन, रेल यात्रियों की बढ़ी मुसीबतें

पंजाब में किसानों का आंदोलन जारी है, जिसके चलते हालात अब बिगड़ने लगे हैं। इस बीच किसानों ने एक बड़ा एलान कर दिया है। आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा है कि उनका आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।

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Published on: 19 Nov 2020 7:00 AM GMT
पंजाब: किसानों का बड़ा एलान- जारी रहेगा आंदोलन, रेल यात्रियों की बढ़ी मुसीबतें
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पंजाब: किसानों का बड़ा एलान- जारी रहेगा आंदोलन, रेल यात्रियों की बढ़ी मुसीबतें

नई दिल्‍ली: पंजाब में किसानों का आंदोलन जारी है, जिसके चलते हालात अब बिगड़ने लगे हैं। इस बीच किसानों ने एक बड़ा एलान कर दिया है। आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा है कि उनका आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। वहीं दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक, आंदोलन की वजह से रेलवे को 33 ट्रेनें रद करनी पड़ीं। इसके अलावा 11 ट्रेनों को गंतव्‍य तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया।

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किसानों ने की केंद्र के अड़ियल रुख की निंदा

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ पिछले डेढ़ महीने से से पंजाब में आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने बुधवार को केंद्र के अड़ियल रुख की निंदा कि। साथ ही ट्रेनों के संचालन के मसले पर कहा कि सरकार को पहले मालगाड़ियों का परिचालन शुरू करना चाहिए। इसके बाद ही यात्री ट्रेनों के संचालन पर विचार किया जाएगा।

रेलवे ने अपनाया सख्त रूख

बता दें किसानों के इस आंदोलन की वजह से 16 नवंबर तक 1,986 यात्री रेलगाड़ियां और 3,090 मालगाड़ियां रद हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर रेलवे ने प्रदर्शनकारी किसानों के केवल मालगाड़ियां शुरू करने के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है। इसके चलते संकट और गहरा गया है। आंदोलन की वजह से रेलवे को हर रोज करीब 36 करोड़ मालभाड़े के नुकसान का अनुमान है। दरअसल, किसानों द्वारा सिर्फ मालगाड़ियों के संचालन वाले प्रस्‍ताव पर रेलवे ने सख्‍त रुख अपनाते हुए कहा है कि राज्‍य में चलेंगी तो यात्री रेलगाड़ियां और मालगाड़ियां दोनों, अन्‍यथा कोई गाड़ी नहीं चलेगी।

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'दिल्ली चलो' प्रदर्शन का आह्वान

इस बीच पंजाब किसान यूनियन के नेता रुलदू सिंह ने कहा कि करीब 30 किसान संगठनों के प्रतिनिधि और लाखों किसान कृषि विधेयक के खिलाफ 26 और 27 नवंबर को ट्रैक्टर से दिल्ली जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी का हवाला देकर राष्‍ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शनों को अनुमति नहीं दी है। एक रिपोर्ट की मानें तो पूरे देश के 200 किसान संगठनों के मंच अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन का आह्वान किया है।

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