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DK Shivakumar Birthday: कर्नाटक में लिखी जीत की पटकथा, अब CM पद पर निगाहें, बर्थडे पर क्या आज मिलेगा बड़ा रिटर्न गिफ्ट!
DK Shivakumar Birthday: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का आज जन्मदिन है। 15 मई 1962 को पैदा होने वाले शिवकुमार आज 61 वर्ष के हो गए हैं। कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस को मिली बड़ी जीत में शिवकुमार की बड़ी भूमिका रही है।
DK Shivakumar Birthday: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत के बाद अब सबकी निगाहें राज्य के नए मुख्यमंत्री पर लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच खेमेबंदी से राज्य की सियासत गरमा गई है। प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित करके विधायक दल का नेता नियुक्त करने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का आज जन्मदिन है। 15 मई 1962 को पैदा होने वाले शिवकुमार आज 61 वर्ष के हो गए हैं। कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस को मिली बड़ी जीत में शिवकुमार की बड़ी भूमिका रही है। लगातार आठ बार विधायक का चुनाव जीतने वाले शिवकुमार को इस जीत का शिल्पकार माना जा रहा है। ऐसे में अब सबकी निगाहें कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर लगी हैं कि आज बर्थडे पर शिवकुमार को सीएम पद का रिटर्न गिफ्ट मिलता है या नहीं।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के शिल्पकार
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस 135 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज नेताओं के धुआंधार प्रचार अभियान के बावजूद भाजपा 66 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस को मिली शानदार जीत को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की कड़ी मेहनत का नतीजा माना जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने में शिवकुमार ने बड़ी भूमिका निभाई है।
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कर्नाटक में शिवकुमार की रणनीति ने भाजपा को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। शिवकुमार ने क्षेत्रीय मुद्दों को उठाकर कर्नाटक के मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की रणनीति अपनाई थी। इस रणनीति ने कर्नाटक के चुनाव में खासा असर दिखाया। भाजपा राष्ट्रीय मुद्दों में ही उलझी रह गई और कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दे उठाकर चुनावी बाजी जीतने में कामयाबी हासिल की।
पहली जीत के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा
डीके शिवकुमार ने 1989 में साथनूर से पहला विधानसभा चुनाव जीता था और इसके बाद वे बंगारप्पा की सरकार में 27 वर्ष की उम्र में ही मंत्री बनने में कामयाब हुए थे। वे उस समय सबसे कम उम्र के मंत्री थे। साथनूथ से पहली जीत हासिल करने के बाद शिवकुमार ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। शिवकुमार ने इस सीट से 1989,1994,1999 और 2004 में लगातार चुनाव जीता।
2008 में उन्होंने कनकपुरा विधानसभा सीट से चुनाव जीता और उसके बाद वे लगातार इसी सीट से विधायक बने हुए हैं। इस बार भी उन्होंने कनकपुरा विधानसभा सीट से बड़ी जीत हासिल की है। कर्नाटक के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में व्यस्तता के चलते शिवकुमार अपने चुनाव क्षेत्र में प्रचार करने के लिए भी नहीं पहुंच सके मगर फिर भी कनकपुरा के मतदाताओं ने उन्हें भारी मतों से जीत दिलाई है।
जेल में सोनिया से मुलाकात का जिक्र
वैसे हाल के दिनों में मनी लांड्रिंग मामले को लेकर भी शिवकुमार चर्चा में रहे हैं। 2019 में मनी लांड्रिंग और टैक्स चोरी से जुड़े मामले में शिवकुमार को चार दिनों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। ईडी की ओर से की गई इस गिरफ्तारी के बाद शिवकुमार को करीब चार महीने तक जेल में रहना पड़ा था। उस समय कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी शिवकुमार से मिलने के लिए जेल में पहुंची थीं।
कर्नाटक में मिली शानदार जीत के बाद शिवकुमार ने उस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि मैं उस दिन को नहीं भूल सकता जब सोनिया गांधी मुझसे मिलने के लिए जेल में आई थीं। भाजपा के लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया था। उस समय मैंने पद पर रहने के बदले जेल में रहना पसंद किया था। उस समय मैंने सोनिया और राहुल गांधी से वादा किया था कि मैं कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाऊंगा और अब मैं अपना वादा पूरा करने में कामयाब रहा हूं।
कर्नाटक के सबसे अमीर विधायक
शिवकुमार को कर्नाटक का सबसे अमीर विधायक माना जा रहा है। 2023 में चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक शिवकुमार की संपत्ति 1413 करोड़ रुपए है। वोक्कालिंगा समुदाय के बड़े नेता के रूप में पहचान रखने वाले शिवकुमार कई मौकों पर कांग्रेस के लिए संकटमोचक की भूमिका भी निभा चुके हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। दोनों खेमों से जुड़े समर्थक विधायक भी लामबंदी में जुटे हुए हैं।
बयान देकर जताई सीएम पद पर दावेदारी
कांग्रेस विधायक दल की रविवार को हुई बैठक से पहले शिवकुमार कहा कि मैंने पार्टी के लिए बड़े त्याग किए हैं। सबको साथ लेकर मैंने यह चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल की है मगर मैंने कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगा। मैंने हमेशा से पार्टी के लिए काम किया है। शिवकुमार के इस बयान को मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जोड़कर देखा जा रहा है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के फैसले की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जा चुकी है। जानकारों का कहना है कि खड़गे सोनिया और राहुल से चर्चा के बाद इस बाबत आखिरी फैसला करेंगे। अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई है कि बर्थडे के मौके पर शिवकुमार को पार्टी हाईकमान की ओर से रिटर्न गिफ्ट मिलता है या नहीं।