खत्म हो रहा हिमालय: तेजी से पिघल रही चोटी की बर्फ, वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ी

हिमालय के पहाड़ों के ऊपर उड़ने वाली धूल बर्फ को तेजी से पिघला सकती है। क्योंकि धूल सूरज की रोशनी को अवशोषित कर सकती है और बाद में आसपास के क्षेत्र को गर्म कर सकती है।

Shreya
Published on: 9 Oct 2020 6:57 AM GMT
खत्म हो रहा हिमालय: तेजी से पिघल रही चोटी की बर्फ, वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ी
X
तेजी से पिघल रही हिमालय की बर्फ

नई दिल्ली: एक नए अध्ययन में यह सामने आया है कि हिमालय बर्फ तेजी से पिघलती जा रही है। इसकी वजह एशिया और अफ्रीकी क्षेत्रों में ज्यादा प्रदूषण और धूल को माना जा रहा है। अध्ययन में यह दावा किया है कि पश्चिमी हिमालय में ऊंचे पहाड़ों पर उड़ने वाली धूल की वजह से तेजी से बर्फ पिघल रही है। बताया जा रहा है कि हिमालय में ऊंचे पहाड़ों पर उड़ने वाली धूल, बर्फ के पिघलने की प्रक्रिया में तेजी ला सकती है।

तेजी से बर्फ पिघलने के चलते चिंता में वैज्ञानिक

बता दें कि पहले भी ऐसी कई खबरें आ चुकी हैं कि बर्फ से ढके हिमालय की बर्फ ज्यादा तेजी से पिघल रही है। इस बात से पहले ही वैज्ञानिक परेशान हैं और अब एशिया और अफ्रीकी क्षेत्रों में ज्यादा प्रदूषण और धूल की वजह से हिमालय की बर्फ तेजी से पिघलने के चलते वैज्ञानिकों की चिंता और बढ़ गई है।

Himalayan snow (फोटो- सोशल मीडिया)

तेजी से बर्फ को पिघला सकती है धूल

रिसर्च के मुताबिक, हिमालय के पहाड़ों के ऊपर उड़ने वाली धूल बर्फ को तेजी से पिघला सकती है। क्योंकि धूल सूरज की रोशनी को अवशोषित कर सकती है और बाद में आसपास के क्षेत्र को गर्म कर सकती है। स्टडी में पता चला है कि अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों से सैकड़ों मील की दूरी पर उड़ने वाली धूल और बहुत अधिक ऊंचाई पर उतरने से इसका हिमालयी क्षेत्र की बर्फ गलन प्रकिया पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है।

यह भी पढ़ें: कश्मीर में बड़ा खतरा! चीन-पाकिस्तान आए साथ, आतंकियों की ऐसे मदद कर रहा ड्रैगन

तेजी से पिघलने वाली ध्रुवीय बर्फ की चोटियां चिंता का विषय

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेचर क्लाइमेट चेंज में प्रकाशित रिसर्च में यह दावा यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी के पैसिफिक नॉर्थवेस्ट नेशनल लेबोरेटरी में वायुमंडलीय वैज्ञानिक यूं कियान ने किया है। उन्होंने कहा कि तेजी से पिघलने वाली ध्रुवीय बर्फ की चोटियां चिंता का विषय हैं। ग्लेशियर से जो मीठा पानी बहकर नीचे उतरता है, वहीं नदियों में प्रवाहित होता है। एक अनुमान के अनुसार, दक्षिण पूर्व एशिया के लगभग 700 मिलियन लोग मीठे पानी की जरूरतों के लिए हिमालय की बर्फ पर ही निर्भर हैं।

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान का जासूस: देश को भेजता था फोटो, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने किया गिरफ्तार

HIMALYA (फोटो- सोशल मीडिया)

बिगड़ सकता है अरब सागर का फूड चेन

वहीं इससे पहले खबर आई थी कि हिमालय के पिघलते हुए बर्फ और ग्लेशियर की वजह से अरब सागर में एक खतरनाक स्थिति पैदा होने वाली है। माना जा रहा है कि हिमालय के पिघलते बर्फ से अरब सागर का फूड चेन बिगड़ सकता है। साथ ही अरब सागर के जीव-जन्तुओं को ऑक्सीजन और खाने की समस्या हो जाएगी। बताया जा रहा है कि अरब सागर में हरे रंग की एल्गी (शैवाल) काफी तेजी से बढ़ रहा है। यह शैवाल अरब सागर के फूड चेन के लिए बेहद खतरनाक है।

यह भी पढ़ें: UP की जेलों में पढ़े लिखे कैदी, सबसे ज्यादा इंजीनियर्स, दूसरे नंबर पर ये राज्य

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story