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भगोड़े माल्या की खुल गयी आंख, अब करने जा रहा ये बड़ा काम

माल्या ने अपने हालिया पेशकश के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में दिए बयान का हवाला दिया है । माल्या ने ट्वीट में वित्त मंत्री के संसद में दिए बयान के हवाले से लिखा, "इस देश (भारत) में कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए । न ही उसे गिरा हुआ समझा जाना चाहिए ।

SK Gautam
Published on: 8 Aug 2019 4:22 PM IST
भगोड़े माल्या की खुल गयी आंख, अब करने जा रहा ये बड़ा काम
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लंदन: शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर ट्वीट कर भारत के सरकारी बैंकों से लिए गए कर्ज को 100 फीसदी लौटाने का प्रस्ताव दिया है। वह सरकारी बैंकों का पूरा कर्ज वापस करने को तैयार हैं। 63 वर्षीय माल्या पर करीब 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज बैंकों को नहीं चुकाने का आरोप है । उन्हें कोर्ट से भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है ।

माल्या ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बायान का हवाला देते हुए कहा है । वित्त मंत्री ने कहा था कि इस देश (भारत) में कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए । न ही उसे गिरा हुआ समझा जाना चाहिए

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कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए

उन पर भारतीय बैंकों के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप हैं । इन मामलों में उन पर मुकदमा चलाने के लिए भारतीय जांच एजेंसियां ब्रिटेन से उनके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं ।

माल्या ने अपने हालिया पेशकश के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में दिए बयान का हवाला दिया है । माल्या ने ट्वीट में वित्त मंत्री के संसद में दिए बयान के हवाले से लिखा, "इस देश (भारत) में कारोबार की विफलता को अभिशाप नहीं माना जाना चाहिए । न ही उसे गिरा हुआ समझा जाना चाहिए ।

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इससे उलट हमें आईबीसी कानून की मूल भावना के अनुरूप कर्ज की समस्या से निकलने के लिए कोई सम्मानजनक रास्ता या समाधान उपलब्ध कराना चाहिए ।" माल्या ने कहा, "यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान है ।

इसी भावना के साथ 100 फीसदी समाधान की मेरी पेशकश को भी स्वीकार किया जाए

माल्या ने कहा कि इसी भावना के साथ 100 फीसदी समाधान की मेरी पेशकश को भी स्वीकार किया जाए" इससे पहले माल्या ने कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ की मौत पर बैंकों और सरकारी एजेंसियों को निशाना बनाया था और उन्हें क्रूर और निर्दयी करार दिया था ।

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