×

अच्छी खबर! इस तरीके से बिना वैक्सीन भारत ने कर लिया कोरोना मरीज को ठीक

Shivani Awasthi
Published on: 21 April 2020 5:48 AM GMT
अच्छी खबर! इस तरीके से बिना वैक्सीन भारत ने कर लिया कोरोना मरीज को ठीक
X

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के संकट के बीच संक्रमित मरीजों के लिए एक खुशखबरी है। महामारी से पीड़ित मरीजों को ठीक करने के लिए शुरू हुआ प्लाज्मा थैरेपी सफल हो गयी। दिल्ली के निजी अस्पताल में कोरोना वायरस के बेहद गंभीर मरीज को प्लाज्मा थैरेपी से ठीक कर दिया। ये पहला मामला है, जब कोई संक्रमित मरीज इस थैरेपी से ठीक हुआ है।

कोरोना के मरीज पर प्लाज्मा तकनीकी का इस्तेमाल

दरअसल, दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज पर प्लाज्मा तकनीकी का इस्तेमाल किया गया। वहीं टेस्ट कारगर साबित हुआ, सोमार को मरीज को वेंटिलेटर से हटाने के बाद भी उसकी स्थिति बेहतर है। बताया जा रहा है कि थैरेपी की वजह सेमरीज बहुत तेजी से रिकवर कर रहा है।

वेंटिलेटर से हटाए जाने के बाद भी हालत स्थिर

बता दें कि एक ही परिवार के कई लोग कोरोना वायरस से बीमार होने के बाद अस्पताल में भर्ती किये गए थे, जिसमें से दो को वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस बीच, वेंटिलेटर पर रखे एक मरीज की मौत हो गई, दूसरा वेंटिलेटर पर ही था। अस्पताल ने गंभीर बीमार इस 49 वर्षीय मरीज पर प्लाज्मा थैरेपी टेस्ट किया।

ये भी पढ़ेंः थम नहीं रहा कोरोना का आंकड़ा, जानें किस स्पीड में रहा है चढ़

क्या है प्लाज्मा थैरेपी

प्लाज्मा थैरेपी में कोरोना से ठीक हो चुके लोगों का प्लाज्मा, संक्रमित व्यक्ति पर चढ़ाया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार एक व्यक्ति के खून से अधिकतम 800 मिलीलीटर प्लाज्मा लिया जा सकता है।

असल में कोवैलेसेंट प्लाज्मा ट्रीटमेंट चिकित्सा विज्ञान की बेहद बेसिक टेक्नीक है। इसमें पुराने मरीजों के खून से नए मरीजों का इलाज किया जाता हैं।

ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस से जंग – कई तरह की दवाओं से बनी उम्मीदें

कैसे होती है थैरेपी

किया ये जाता है कि पुराने बीमार मरीज का खून लेकर उसमें से प्लाज्मा निकाल लेते हैं। फिर इसी प्लाज्मा को दूसरे मरीज के शरीर में डाल दिया जाता है। दरअसल, पुराने मरीज के खून के अंदर वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बन जाते हैं। ये एंटीबॉडी वायरस से लड़कर उन्हें मार देते हैं।

ये एंटीबॉडी ज्यादातर खून के प्लाज्मा में रहते हैं। बाद में खून से प्लाज्मा निकाल कर स्टोर कर लिया जाता है। जब नए मरीज आते हैं तो उन्हें इसी प्लाज्मा का डोज दिया जाता है। बता दे कि ब्लड प्लाज्मा पुराने रोगी से तत्काल ही लिया जा सकता है।

ये भी पढ़ेंः WHO ने दुनिया को दी चेतावनी, कहा- अभी और बुरा वक्त आने वाला है

प्लाज्मा थैरेपी से फायदा

प्लाज्मा थैरेपी का एक लाभ ये है कि बिना किसी वैक्सीन के ही मरीज किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता विकसित कर सकता है।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story