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चीन मिटने को तैयार: शक्तिशाली मिसाइल से होगा खात्मा, तेजस करेगा चकना-चूर

ध्वनि से चार गुना तेज गति वाली इस पहली स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' का परीक्षण जल्द ही स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस से किया जाएगा। ऐसे में लद्दाख सीमा पर चीन से लगातार बढ़ते तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने में लगा है।

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Published on: 23 Nov 2020 5:38 AM GMT
चीन मिटने को तैयार: शक्तिशाली मिसाइल से होगा खात्मा, तेजस करेगा चकना-चूर
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आकाश सबसे सफल स्वदेशी हथियार प्रणालियों में से एक है और यह हमारे जवानों की स्वदेशी हथियारों से युद्ध करने की इच्छा को पूरा करेगा।

नई दिल्ली: भारत के लिए वरदान हवा में तेजी से मार करने वाली और ध्वनि से चार गुना तेज गति वाली इस पहली स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' का परीक्षण जल्द ही स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस से किया जाएगा। ऐसे में लद्दाख सीमा पर चीन से लगातार बढ़ते तनाव के बीच भारत लगातार अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने में लगा है। इसको ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना के लड़ाकू विमानों को मिसाइलों से लैस किया जा रहा है। साथ ही फ्रांस से भी लगातार राफेल मंगाए जा रहे हैं और हालातों को देखते हुए उन्हें बॉर्डर पर तैनात किया जा रहा है।

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स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' और स्वदेशी फाइटर जेट तेजस

सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल 'अस्त्र' ध्वनि की गति से 4 गुना तेज है। लेकिन इसे तेजस से जोड़ दिया गया है और उनका ग्राउंड ट्रायल पूरा हो चुका है।

साथ ही सूत्रों से खबर मिली है कि स्वदेशी मिसाइल 'अस्त्र' और स्वदेशी फाइटर जेट तेजस का फ्लाइट ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा।

Air-launched missile फोटो-सोशल मीडिया

आपको बता दें कि देश की पहली स्वदेशी 'अस्त्र' मिसाइल को रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन यानी डीआरडीओ(DRDO) ने तैयार किया है। स्वदेशी तकनीक से बनी यह मिसाइल किसी भी मौसम में सटीक हमला करने में सक्षम है। ये मिसाइल लगभग 100 किलोमीटर दूर तक आसानी से दुश्मन को मार गिरा सकती है।

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'अस्त्र' मार्क-3

ऐसे में ध्यान देने की बात ये है कि 'अस्त्र' मिसाइल का आकार अन्य मिसाइलों की तुलना में काफी छोटा है और वजन भी बेहद कम है। 'अस्त्र' करीब 3.8 मीटर लंबी और 7 इंच चौड़ी है। इसका वजन केवल 154 किलो है।

मिली जानकारी के अनुसार, डीआरडीओ(DRDO) ने अगले साल मतबल 2021 की पहली छमाही में 160 किमी की रेंज के साथ अस्त्र के दूसरे वर्जन मार्क-2 के परीक्षण की योजना शुरू कर दी है। सूत्रों से ये दावा किया गया है कि डीआरडीओ 350 किलोमीटर की रेंज वाली 'अस्त्र' मिसाइल भी बना रहा है। इसे 'अस्त्र' मार्क-3 नाम दिया जाएगा।

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