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कोलकाता का नया रिकार्ड: सबसे पहले मेट्रो शुरू करने के बाद अंडर वॉटर मेट्रो

कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC) ने अपने ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट  के तहत अंडरवाटर मेट्रो टनल बनाकर यह रिकार्ड बनया है। कोलकाता की हुगली नदी के नीचे बनाई गई यह टनल कोलकाता को हावड़ा से जोड़ेगी।

SK Gautam
Published on: 13 Feb 2020 2:49 PM GMT
कोलकाता का नया रिकार्ड: सबसे पहले मेट्रो शुरू करने के बाद अंडर वॉटर मेट्रो
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कोलकाता: कोलकाता शहर में देश की पहली मेट्रो सेवा शुरू हुई थी यह एक रिकार्ड है। एक बार फिर कोलकाता शहर ने अपने नाम एक रिकार्ड कर लिया है। बता दें कि कोलकाता में आज शाम पहली अंडर वॉटर मेट्रो की शुरुआत की जाएगी। कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC) ने अपने ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट के तहत अंडरवाटर मेट्रो टनल बनाकर यह रिकार्ड बनया है। कोलकाता की हुगली नदी के नीचे बनाई गई यह टनल कोलकाता को हावड़ा से जोड़ेगी।

अंडरवाटर मेट्रो में सफर करने का इंतजार

बता दें कि कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC) अपने ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट (East-West Corridor) के तहत अंडरवाटर मेट्रो टनल बनाकर तैयार कर चुका है। अब बस लोगों को इस टनल में सफर करने का इंतजार है। प्रथम चरण में यह मेट्रो साल्टलेक सेक्टर पांच से साल्टलेक स्टेडियम के बीच 5.3 किमी तक दौड़ेगी। आइए जानते हैं इस मेट्रो में क्या होगा खास।

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भारत की पहली अंडर वॉटर ट्रेन शीघ्र ही कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चलना आरंभ होगी। उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण यह ट्रेन देश में निरंतर हो रही रेलवे की प्रगति का प्रतीक है। इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा, और देश को गर्व का अनुभव होगा।

कोलकाता मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट करीब 16 किलोमीटर लंबा

इस मेट्रो का निर्माण दो फेज में किया जा रहा था। कोलकाता मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट करीब 16 किलोमीटर लंबा है जो सॉल्ट लेक स्टेडियम से हावड़ा मैदान तक फैला है। सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में अभी तक डेढ़ घंटे का समय लगा करता था लेकिन इस मेट्रो के आने के बाद इस सफर को केवल 13 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा।

पूरी तरह से स्वचालित अंडर वॉटर मेट्रो

सॉल्ट लेक स्टेडियम से हावड़ा मैदान तक चलने वाली अंडर वॉटर मेट्रो की खास बात ये है कि इसमें ड्राइवर नहीं होगा। हालांकि अभी शुरुआत में इस मेट्रो को ड्राइवरों द्वारा ही चलाया जाएगा। दूसरे फेज का काम खत्म करने के बाद इसे पूरी तरह से स्वचालित कर दिया जाएगा।

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अंडरग्राउंड मेट्रो का दूसरा फेज 11 किलोमीटर लंबा

इस मेट्रो का निर्माण दो फेज में किया जा रहा था। कोलकाता मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट प्रोजेक्ट करीब 16 किलोमीटर लंबा है जो सॉल्ट लेक स्टेडियम से हावड़ा मैदान तक फैला है। पहला फेज सॉल्ट लेक सेक्टर-5 से सॉल्ट लेक स्टेडियम​ के बीच 5.5 किमी लंबा है इस लाइन पर सेक्टर-5, करुणामयी, सेंट्रल पार्क, सिटी सेंटर, बंगाल केमिकल और साल्टलेक स्टेडियम मेट्रो स्टेशन मौजूद हैं। अंडरग्राउंड मेट्रो का दूसरा फेज 11 किलोमीटर लंबा है।

3 स्तर के सुरक्षा कवच बनाए गए हैं

इस सुरंग को बनाने में रूस और थाइलैंड के विशेषज्ञों से सलाह ली गई है। वहीं सुंरग के पानी का रिसाव रोकने के लिए दुनिया की सबसे बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसे पानी के रिसाव से बचाने के लिए 3 स्तर के सुरक्षा कवच बनाए गए हैं। इस सुरंग में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मेट्रो ट्रेन दौड़ पाएगी।

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बहुत ही कम है किराया, मात्र पांच रुपये

कोलकाता में आज से दौड़ने वाली इस मेट्रो का किराया काफी कम है। इस मेट्रो से सफर कर रहे यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन जाने के लिए मात्र पांच रुपये देने होंगे। बताया जा रहा है कि दो किलोमीटर तक के लिए पांच रुपये, पांच किलोमीटर तक 10 रुपये, 10 किलोमीटर तक 20 रुपये और फिर अंतिम स्टेशन तक के लिए यात्रियों को 30 रुपये चुकाने होंगे।

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