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बाढ़ ने मचाई तबाही: सामने आया ये खौफनाक मंजर, एक झटके में उजड़ गई जिंदगियां
देश में कोरोना महामारी का संकट तो कम हो नहीं रहा है ऐसे में असम की ब्रह्मपुत्र नदी भी अपनी तीव्र उफान पर है। असम की ये नदी खतरे से निशान के ऊपर बह रही है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी का संकट तो कम हो नहीं रहा है ऐसे में असम की ब्रह्मपुत्र नदी भी अपनी तीव्र उफान पर है। असम की ये नदी खतरे से निशान के ऊपर बह रही है। बीते मंगलवार को जोरहाल में पानी खतरे के निशान से 15 सेंटी मीटर ऊपर पहुंच गया था। जिससे आस-पास के इलाको में भयंकर पानी ने तबाही मचाई है।
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खतरे के निशान से ऊपर
असम के नलबाड़ी जिले में मानस नदी पर लकड़ी का एक पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया, साथ ही गोलपारा जिले में भी एक सड़क के क्षतिग्रस्त होने की खबर है।
वहीं गोलपारा और तिनसुकिया जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों को 35 राहत शिविरों में शरण दी गयी है। हालातों को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग ने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट जिले में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है जबकि जिया भराली सोनितपुर जिले में खतरे के निशान से ऊपर थी।
इसके अलावा नलबाड़ी में 10,943 और डिब्रूगढ़ में 7,897 लोग प्रभावित हैं। नलबाड़ी जिले में एक तटबंध टूट जाने से सड़क भी डूब गई।
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गंभीर बनी रहने की संभावना
असम में बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है। इस बचाव कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं। लोगों को नावों से उनके इलाके से निकालकर कैंप तक पहुंचाया जा रहा है।
वहीं स्थितियों को ध्यान में रखते हुए, असम और मेघालय में 26 मई से 28 मई तक भारी बारिश के अनुमान के साथ रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों तक तीनों प्रदेशों की स्थिति गंभीर बनी रहने की संभावना बताई है।
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