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Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे सत्यपाल मलिक, स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस पर साधा निशाना
Wrestlers Protest: मलिक ने मंगलवार को ही जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के समर्थन में जाने का ऐलान कर दिया था। बुधवार को कुश्ती खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा, सभी बेटियां जो मेहनत करके मेडल लाती हैं, जब जीतती हैं तो इनके साथ लोग फोटो खिंचवाते हैं, मगर आज शर्म की बात है कि यही बेटियां आज रोड पर बैठी हैं।
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और यूपी की कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली में कुश्ती खिलाड़ियों ने मोर्चा खोला रखा है। जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना चौथे दिन भी जारी है। इस धरना-प्रदर्शन में सियासतदाओं की भी एंट्री हो चुकी है। पूर्व राज्यपाल और बीजेपी के बागी नेता सत्यपाल मलिक आज दोपहर कुश्ती खिलाडियों का समर्थन करने धरनास्थल पर पहुंच गए।
मलिक ने मंगलवार को ही जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के समर्थन में जाने का ऐलान कर दिया था। बुधवार को कुश्ती खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा, सभी बेटियां जो मेहनत करके मेडल लाती हैं, जब जीतती हैं तो इनके साथ लोग फोटो खिंचवाते हैं, मगर आज शर्म की बात है कि यही बेटियां आज रोड पर बैठी हैं।
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मैं आपके लिए आधी रात भी तैयार रहूंगा
जब तक लड़ाई लड़ेंगी मैं साथ दूंगा। मैं खुद सबको साथ आने के लिए तैयार करूंगा। पूर्व राज्यपाल ने आगे कहा कि मेरे लिए मेरे लायक कुछ भी होगा, मैं आधी रात भी तैयार रहूंगा। इनपर दबाव है, इनके परिवार पर दबाव है। पर पूरा देश इनके साथ है, हम सब इनके साथ हैं। सत्यपाल मलिक से पहले एक अन्य कद्दावर जाट नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खिलाड़ियों के समर्थन में जंतर-मंतर आ चुके हैं। दरअसल, इस बार पहलवानों ने साफ कर दिया है कि उन्हें अब सियासी नेताओं के आने से परहेज नहीं है, वे सब का स्वागत करेंगे। जबकि जनवरी में ऐसा नहीं था, सियासी दल से आने वाले लोगों को प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने अपने मंच पर चढ़ने नहीं दिया था।
स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस पर बोला हमला
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनपर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 5 दिन हो गए लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायत पर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की । ये गैर-कानूनी है। मालीवाल ने आगे कहा कि कानून की धारा 166 ए (सी) आईपीसी कहती है यदि पुलिस वाला यौन उत्पीड़न की एफआईआर दर्ज न करे तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है। हमने दोषी पुलिस अफसरों पर एफआईआर करने की सिफारिश भेजी है। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचाने का आरोप लगाया।
पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया जवाब
दिल्ली पुलिस पर महिला पहलवान और विपक्षी पार्टियां शिकायत दर्ज होने के बावजूद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर न दर्ज करने को लेकर हमलावर है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जिसका जवाब आज अदालत में दाखिल किया गया। पुलिस ने अपने जवाब में कहा कि केस दर्ज करने से पहले जांच की जा रही है। आरोपों की जांच के बाद प्राथमिकी की ओर बढ़ा जाएगा।
वहीं, देश के सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत में कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से पहले प्रारंभिक जांच बहुत जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर अगली सुनवाई 28 अप्रैल को होगी। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच मामले की सुनवाई कर रही है।