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इस साल मार्च से मई तक ज्यादा झुलसाएगी गर्मी: मौसम विभाग

घनघोर बारिश और कड़ाके की ठंड झेलने के बाद इस बार ज्यादा गर्मी का भी सामना करना पड़ेगा। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ समेत पूरे मध्यभारत में इस साल मार्च से मई के बीच का औसत तापमान सामान्य से 0.5 से 1 डिग्री तक अधिक रहने का अनुमान है।

Aditya Mishra
Published on: 28 Feb 2020 2:26 PM GMT
इस साल मार्च से मई तक ज्यादा झुलसाएगी गर्मी: मौसम विभाग
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ग्वालियर: घनघोर बारिश और कड़ाके की ठंड झेलने के बाद इस बार ज्यादा गर्मी का भी सामना करना पड़ेगा। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ समेत पूरे मध्यभारत में इस साल मार्च से मई के बीच का औसत तापमान सामान्य से 0.5 से 1 डिग्री तक अधिक रहने का अनुमान है।

केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को भारत के सभी 36 मेट्रोलॉजिकल डिवीजन के लिए आगामी महीनों में तापमान की स्थिति को लेकर सीजनल आउटलुट जारी किया है।

इसमें बताया गया है कि तटीय कर्नाटक और केरल को छोड़कर दक्षिण भारत के ज्यादातर इलाकों में गर्मी में तापमान सामान्य रहेगा। जबकि पश्चिमी राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के औसत और अधिकतम तापमान में सामान्य से 1 डिग्री या उससे ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है।

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इस बार अलग भविष्यवाणी

वर्ष 2016 से भारतीय मौसम विभाग ने मानसून मिशन कपल्ड फोरकास्टिंग सिस्टम मॉडल के आधार पर गर्मियों व सर्दियों दोनों मौसम में मौसमी भविष्यवाणी करता है। इस साल विभाग ने क्षेत्रवार तापमान भविष्यवाणी की है। यह भविष्यवाणी 27 साल (1982 से 2008) के वातावरणीय स्थितियों के आधार पर की गई है।

प्रदेश पर असर... सबसे ज्यादा चंबल-मालवा तपेगा

भोपाल मौसम केंद्र के उपनिदेशक वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक मध्यप्रदेश में इस साल ग्वालियर-चंबल और मालवा रीजन सबसे ज्यादा तपेंगे।

पूरे ग्वालियर चंबल इलाके में तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री तक और इंदौर और उज्जैन संभाग में तापमान 1 डिग्री तक ज्यादा रहेगा।

पिछले साल जून में तापमान 46 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच चला गया था, लेकिन इस साल यह स्थिति मई में ही बन जाएगी। जबकि जून में गर्मी अपेक्षाकृत कम रहेगी।

ईएनएसओ कंडीशन है ज्यादा गर्मी की वजह

इस साल सीजन की शुरुआत में ही अधिक गर्मी का कारण प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा की ओर गर्म ईएनएसओ (अलनीनो सदर्न ओस्लिएशन) न्यूट्रल कंडीशन हैं, जो अप्रैल-मई में अपने पीक पर होगी, और इसके बाद यह कमजोर पड़ेगी।

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हीट वेव : 18 राज्यों में इस बार ज्यादा लू चलेगी

देश के कोर हीट-वेव जोन यानी पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा व तटीय आंध्र प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ने का साथ-साथ लू (लपट) का प्रभाव पिछले सालों से अधिक रहेगा।

Aditya Mishra

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