Goa SCO Meeting: जयशंकर की बिलावल भुट्टो से मुलाकात, बोले– आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा, हर हाल में रोकना होगा

Goa SCO Meeting: पड़ोसी देश के किसी विदेश मंत्री का बीते 12 साल में यह पहली यात्रा है। पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के बीच करीब 10 मिनट कर मुलाकात भी चली।

Krishna Chaudhary
Published on: 5 May 2023 12:07 PM GMT
Goa SCO Meeting: जयशंकर की बिलावल भुट्टो से मुलाकात, बोले– आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा, हर हाल में रोकना होगा
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Jaishankar met Pak Foreign Minister Bilawal Bhutto (photo: social media )

Goa SCO Meeting: गोवा की राजधानी पणजी में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक चल रही है। इस बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी शामिल हुए हैं। पड़ोसी देश के किसी विदेश मंत्री का बीते 12 साल में यह पहली यात्रा है। पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के बीच करीब 10 मिनट कर मुलाकात भी चली। इस दौरान जयशंकर ने हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते कहकर उनका स्वागत किया।

मुलाकात के बाद एससीओ परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। आतंकवाद के हर रूप से लड़ना और उसे हर हाल में रोकना होगा। जयंशकर ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए साफ कर दिया कि सीमा पार से जारी आतंकवाद को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।

आतंकवाद से लड़ाई एससीओ का पहला लक्ष्य

एस जयशंकर ने एससीओ के सदस्य देशों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा पहला लक्ष्य आतंकवाद के खिलाफ लड़ना है। हमें मिलकर इसके खिलाफ लड़ना होगा। आतंकवाद रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इसे अभी भी हराया नहीं जा सका है। आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है। इससे पहले जयशंकर ने एससीओ समिट के लिए पणजी आए सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया।

पाकिस्तान की ओर से आई ये प्रतिक्रिया

गोवा में जारी SCO की बैठक के दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया कि अभी तक बैठक में सब सही चल रहा है। भारत ने अभी तक हमें शिकायत का कोई मौका नहीं दिया है। गौरतलब है कि पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भारत यात्रा को बेहद अहम माना जा रहा है। इससे पहले साल 2011 में पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत दौरे पर आई थीं।

बिलावल भुट्टो को भारत ने SCO की बैठक में शामिल होने का न्योता भेजा था। पाकिस्तान की ओर से तब इसका कोई जवाब नहीं दिया गया था। उसी दौरान भुट्टो ने पीएम मोदी के खिलाफ बेहद घटिया बयान दे दिया था। तब ऐसा माना जा रहा था कि पाक विदेश मंत्री का भारत दौरा अब शायद ही हो। लेकिन बाद में उन्होंने भारत जाने की पुष्टि कर दी। यहां आने से पहले बिलावल ने कहा था कि मेरा भारत जाना यह पैगाम देता है कि पाकिस्तान एससीओ को कितना महत्व देता है।

SCO का अध्यक्ष है भारत

शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओ) की अध्यक्षता फिलहाल भारत के पास है। ये एक ऐसा संगठन है जिसमें भारत के दो मुख्य पड़ोसी प्रतिद्वंदी चीन और पाकिस्तान शामिल हैं। इस संगठन में तीसरा अहम देश रूस है। इनके अलावा मध्य एशियाई पूर्व सोवियत देश कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान भी शामिल हैं।

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