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व्हाट्सऐप को करारा जवाब, भारत ने बनाया सन्देश ऐप

पिछले साल सरकार ने कई इंटरनेट कंपनियों को अपने सर्वर भारत में ही लगाने के आदेश दिए, फिर सितंबर में सैंकड़ों चीनी डेवलपर्स के ऐप्स को भारत में बैन किया। इसके बाद आत्मनिर्भर भारत कैंपेन के तहत भारतीय डेवलपर्स को सुरक्षित देसी ऐप्स विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

Vidushi Mishra
Published on: 17 Feb 2021 9:30 AM GMT
व्हाट्सऐप को करारा जवाब, भारत ने बनाया सन्देश ऐप
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साल की शुरुआत में व्हाट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किए थे, जिसके बाद फेसबुक के स्वामित्व वाली ये कंपनी सवालों के घेरे में आ गई थी।

नीलमणि लाल

नई दिल्ली। भारत सरकार डेटा प्राइवेसी को संवेदनशील मसला मानती है। इसके तहत पिछले साल सरकार ने कई इंटरनेट कंपनियों को अपने सर्वर भारत में ही लगाने के आदेश दिए, फिर सितंबर में सैंकड़ों चीनी डेवलपर्स के ऐप्स को भारत में बैन किया। इसके बाद आत्मनिर्भर भारत कैंपेन के तहत भारतीय डेवलपर्स को सुरक्षित देसी ऐप्स विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। अब व्हाट्सअप का नया भारतीय विकल्प ‘सन्देश’ ऐप लॉन्च हुआ है।

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गवर्नमेंट इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप

SANDES फोटो-सोशल मीडिया

सन्देश ऐप पूरी तरह से भारतीय है और फिलहाल ट्रायल बेसिस पर काम कर रहा है। संदेस फिलहाल चुनिंदा सरकारी कर्मचारियों को इस्तेमाल करने के लिए दिया गया है। इस ऐप को गवर्नमेंट इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप या गिम्स कहा जा रहा है। अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ऐप को केवल सरकारी काम काज के लिए पेश किया गया है या इसे आम जनता भी इस्तेमाल कर सकेगी।

इस साल की शुरुआत में व्हाट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किए थे, जिसके बाद फेसबुक के स्वामित्व वाली ये कंपनी सवालों के घेरे में आ गई थी। इसके बाद करोड़ों यूज़र्स ने टेलीग्राम और सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। सरकार ने व्हाट्सऐप कंपनी से सवाल किए थे और यूज़र्स की निजी जानकारी को लेकर चिंता व्यक्त की थी।

माना जा रहा है कि सन्देश ऐप को इसी के चलते लॉन्च किया गया हो। सरकारी काम-काज संवेदनशील होते हैं और सरकारी कर्मचारियों को इस ऐप का एक्सेस मिलना बताता है कि सरकार को फिलहाल व्हाट्सऐप पर पूरी तरह से भरोसा नहीं हुआ है।

SANDES फोटो-सोशल मीडिया

रिपोर्ट के मुताबिक, यह ऐप एंड्राइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर काम करता है। ये ऐप वैसे दोनों ही प्लेटफॉर्म के ऐप स्टोर में उपलब्ध नहीं है बल्कि इसे सीधे सरकारी कर्मचारियों को दिया जा रहा है। सन्देश ऐप नए मॉर्डन चैटिंग ऐप्स जैसा ही बनाया गया है, जिसमें चैटिंग के साथ-साथ वॉइस मैसेज और मीडिया फाइल्स ट्रांस्फर करने का विकल्प भी मिलता है।

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संदेश ऐप का लोगो जारी

संदेश ऐप के बैक एंड को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, एनआईसी की ओर से नियंत्रित किया जाएगा। संदेश के बारे में कहा जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसे आम जनता को दिया जा सकता है। जीआईएमएस डॉट जीओवीडॉट इन वेबसाइट पर संदेश ऐप का लोगो जारी किया गया है।

इस लोगो के तीन लेयर्स हैं और तीनों लेयर्स मिलकर तिरंगा बनाते हैं, जबकि सेंटर में अशोक चक्र है। दूसरा लेयर दिखने में व्हाट्सऐप जैसा लग रहा है लेकिन यह डार्क ग्रीन है। वेबसाइट पर संदेश के बारे कुछ जानकारी भी है। यहां साइन-इन एलडीएपी, साइन-इन संदेश ओटीपी और संदेश वेब शामिल है। बताया जाता है कि कुछ मंत्रालयों के अफसरों ने सन्देश का प्रयोग शुरू कर दिया है।

अगर पब्लिक के लिए सन्देश ऐप लांच होता है तो इसकी टाइमिंग बहुत शानदार हो सकती है। एक तरफ व्हाट्सऐप को अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पहले ही फजीहत झेलनी पड़ रही है तो वहीं लोग भी अब दूसरे ऐप्स की तलाश में हैं। ऐसे में ये ऐप एक सफल भारतीय ऐप बन सकता है।

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Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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