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नेताओं पर मेहरबान सरकार: जनता से हो रही दोगुनी वसूली, जानें क्या है वजह

बड़े शहरों में एक बार फिर से मास्क ड्राइव शुरू की जा रही है। जिसके तहत बिना मास्क बाहर घूमने वाले लोगों से एक हजार रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले जाएंगे। हालांकि राज्य सरकार दो तरह का जुर्माना वसूल रही है। जिसमें नेताओं को खासी छूट दी जा रही है।

Shreya
Published on: 19 March 2021 10:57 AM IST
नेताओं पर मेहरबान सरकार: जनता से हो रही दोगुनी वसूली, जानें क्या है वजह
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नेताओं पर मेहरबान सरकार: जनता से हो रही दोगुनी वसूली, जानें क्या है वजह

नई दिल्ली: देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। भारत के कई राज्यों में तेजी से कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसके बाद केंद्र से लेकर राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर आ गई हैं और सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन या तो धारा 144 लागू कर दी गई है, ताकि कोरोना के प्रसार को कम किया जा सके।

विजय रुपाणी सरकार का अजीब फरमान

इसी क्रम में गुजरात में भी कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। हालांकि इस बीच गुजरात की विजय रुपाणी सरकार का कोरोना को लेकर अजीब फरमान सामने आया है। दरअसल, राज्य सरकार कोरोना के लिए जारी दिशानिर्देशों के उल्लंघन पर दो गुना जुर्माना वसूल रही है। हालांकि नेताओं को इसमें छूट दी जा रही है। जानिए क्यों-

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corona virus (फोटो- सोशल मीडिया)

जनता से हो रही दोगुनी वसूली

गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गुजरात के कई बड़े शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाने के साथ साथ स्कूलों, जिम और क्लब को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा बड़े शहरों में एक बार फिर से मास्क ड्राइव शुरू की जा रही है। जिसके तहत बिना मास्क बाहर घूमने वाले लोगों से एक हजार रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले जाएंगे। हालांकि राज्य सरकार दो तरह का जुर्माना वसूल रही है। जिसमें नेताओं को खासी छूट दी जा रही है।

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मंत्रियों से ले रहे कम जुर्माना

दरअसल, गुजरात में विधानसभा सत्र चल रहा है। इस दौरान मास्क न पहनने वाले मंत्रियों, अधिकारियों और विधायकों से 500 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। यानी सरकार जनता से ज्यादा और नेताओं के कम जुर्माना वसूल रही है। जो कि एक अजीब फरमान है। वहीं, रुपाणी सरकार ने एक जवाब में बताया कि दिसंबर 2020 तक सरकार ने 114 करोड़ रुपये की वसूली की है।

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