×

ग्वालियर में फुटपाथ पर मिला ये इंजीनियर, इनके बारे में जानकर उड़ जाएंगे होश

ग्वालियर में पिछले महीने एक पूर्व पुलिस अधिकारी सड़कों पर भीख मांगते पाए गए थे। मनीष मिश्रा की मानसिक हालत ठीक ना होने के कारण वह घर से 10 साल पहले भाग गए थे। जिसके बाद अब उन्हें आश्रम में भिजवा दिया गया।

Monika
Published on: 8 Dec 2020 4:09 PM GMT
ग्वालियर में फुटपाथ पर मिला ये इंजीनियर, इनके बारे में जानकर उड़ जाएंगे होश
X
पूर्व पुलिस अधिकारी के बाद ये बुज़ुर्ग मिले ग्वालियर में फुटपाथ पर, नहीं है कोई आम इंसान

ग्वालियर में पिछले महीने एक पूर्व पुलिस अधिकारी सड़कों पर भीख मांगते पाए गए थे। मनीष मिश्रा की मानसिक हालत ठीक ना होने के कारण वह घर से 10 साल पहले भाग गए थे। जिसके बाद अब उन्हें आश्रम में भिजवा दिया गया। जहा उनकी देखरेक कि जा रही है।

ठंड में ठिठुरता मिला बुज़ुर्ग

वही अब एक और खबर सामने आई है कि ग्वालियर के एक बुज़ुर्ग आईआईटियन फुटपाथ पर बदहाल स्थिति में मिले। इस बुज़ुर्ग की उम्र ९२ साल बताई जा रही हैं जो IIT कानपूर से पास आउट रहे हैं। इन बुजुर्ग को भी उसे आश्रम में पनाह दी हुई जहा पुलिस के पूर्व निरीक्षक मनीष मिश्रा को भेजा गया है।

अंग्रेज़ी बोलता बुज़ुर्ग

इस आश्रम में एक युवक ने बताया कि उसे एक फ़ोन आया था कि शिंदे की छावनी बस स्टैंड पर एक बुजुर्ग फुटपाथ पर पड़े हुए हैं। जब वह युवक वह पहुंचा तो उसने उस बुजुर्ग से बात करने की कोशिश की जिसपर बुज़ुर्ग अंग्रेजी में बात करने लगा। यह सुनकर वह युवक थोडा चौक गया। वह समय गया कि वह पड़ा लिखा इंसान है। जो बुरे हालातों की वजह से इस स्थिति में हैं।

ये भी पढ़ें: चेन्नई में महातबाही: 5 हजार लोग खतरे में, बुरेवी-निवार लाया भयानक तूफान

बरेली का रहने वाला सुरेंद्र

जब युवक ने उस बुजुर्ग से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका नाम सुरेंद्र वशिष्ठ है और वह बरेली का रहने वाला है। बुज़ुर्ग ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उनका एक भतीजा है जो अभी वर्तमान में ग्वालियर के गांधीनगर इलाके में रहता है।

इतना परिचय मिलने के बाद बुज़ुर्ग को आश्रम में लाया गया। धीरे-धीरे जब उनसे आगे पूछताछ की गई तो पता चला कि ये कोई और नहीं बल्कि ग्वालियर के मिशहिल स्कूल के टॉपर रहे सुरेंद्र वशिष्ठ हैं। 1969 में IIT कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग किया और 1972 में लखनऊ के डीएवी कॉलेज से LLM किया। जिसके बाद दिल्ली के कनॉट प्लेस के रीगल स्थित खादी भंडार सहित कई जगह नौकरी भी की।

ये भी पढ़ेंः तबाही का साल 2021: नास्त्रेदमस की भयानक भविष्यवाणी, धरती पर महाप्रलय

विदेश में है परिवार

इस सवाल का जवाब अब भी सामने नहीं आ पाया है कि आखिर सुरेन्द्र वशिष्ठ ग्वालियर कैसे पहुंचे। हालांकि उनका कहना है कि उनका पूरा परिवार है। जो विदेश में रहते है। उनका कहना है कि वह कभी-कभी उनसे मिलने जाते हैं। जब युवक ने बुजुर्ग के बताए गए पते से उनके बतिजे से संपर्क किया तो उन्होंने उसकी सारी बातें सच होने की पुष्टि की। लेकिन यह भी बताया कि बुज़ुर्ग की शादी नहीं हुई है।

ये भी पढ़ेंः भारत की 8 वैक्सीन: जानिए कौन सी मिलेगी पहले, इस चरण में पहुंचा ट्रायल

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story