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पाकिस्तान के आधा दर्जन संदिग्ध घुसे भारत में! करणी सेना ने ऐसे पकड़ा
हरियाणा के सोनीपत में करणी सेना और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई। करणी सेना के लोगों ने जमकर हंगामा किया और थाने में एकत्र हो गये। पुलिस ने उन्हें किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया।
सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में करणी सेना और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई। करणी सेना के लोगों ने जमकर हंगामा किया और थाने में एकत्र हो गये। पुलिस ने उन्हें किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया।
ये है पूरा मामला
हरियाणा के सोनीपत के गांव अटेरना में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने 6 लोगों को पाकिस्तानी होने के शक में पकड़ा था, उन्हें पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
इस बात की जानकारी मिलते ही करणी सेना के लोग थाने पहुंच गये और जमकर हो हल्ला किया। पुलिस को भीड़ को शांत कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस के मुताबिक जांच में पता लगा कि सभी दिल्ली और पानीपत के रहने वाले हैं, जो धर्म प्रचार के लिए निकले थे। इसी के चलते वे लोग रात में गांव अटेरना पहुंचे थे। वह नांगल कलां स्थित धार्मिक स्थल में रुके हुए थे।
उनके पास कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। पुलिस ने उनकी शिनाख्त कर उन्हें छोड़ दिया। हालांकि, करणी सेना के सदस्यों और अटेरना के लोगों को जब उनके छोड़ने का पता लगा तो उन्होंने हंगामा किया और वह थाने में पहुंच गए।
पुलिस का पक्ष
थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि मामले की जांच जारी है। सभी लोगों के मोबाइल नंबर और पते पुलिस के पास हैं। पुलिस की समझाइश के बाद करणी सेना के लोग शांत हुए।
सोनीपत के अटेरना गांव में रात को छह लोग घूम रहे थे, जिन्हें ग्रामीणों और करणी सेना के सदस्यों ने शक होने पर रोक लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी। उन लोगों ने बताया कि वह गांव में एक परिवार के यहां आए हुए हैं।
उन्होंने एक व्यक्ति का नाम लिया था। सभी लोगों को संबंधित परिवार के यहां लेकर गए, जहां परिवार के सदस्य उनके नाम नहीं बता पाए।
इस पर ग्रामीण उनकी तलाशी लेने लगे तो उनके पास से पाकिस्तान में बनी टोपी मिली थी। इसके चलते कुछ ग्रामीणों ने उन्हें पाकिस्तानी समझ लिया था।
पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें धार्मिक स्थल नांगल कलां भेज दिया। हंगामा होने पर कुंडली थाने की पुलिस को सूचित किया गया। इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस सभी छह लोगों को थाने में लेकर गई।
वहां पूछताछ की तो उन्होंने अपनी पहचान दिल्ली और पानीपत के निवासियों के रूप में दी। उन्होंने बताया कि वह पहले गोहाना, सोनीपत और झुंड़पुर स्थित धार्मिक स्थल पर गए थे।
अब वह नांगल कलां गांव स्थित धार्मिक स्थल में रुके हुए हैं। वह शुक्रवार की देर शाम को अटेरना गांव में धर्म प्रचार के लिए गए हुए थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें नांगल कलां स्थित धार्मिक स्थल पर भेज दिया था।
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करनी सेना ने पुलिस पर लगाया ये आरोप
करणी सेना के प्रदेश संगठन महामंत्री दीपक चौहान ने बताया कि रात को ग्रामीणों ने शक के आधार पर छह लोगों को पकड़ा था।
सुबह उन्हें पता लगा कि पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया है।
इस वजह से उन्होंने हंगामा किया। उनका कहना था कि ग्रामीणों ने ही उन्हें पकड़ा था। ऐसे में उन्हें छोड़ने से पहले ग्रामीणों से बातचीत नहीं की गई। दीपक चौहान का कहना है कि अगर क्षेत्र में कोई वारदात हो जाएगी तो उसकी जिमेदारी कौन लेगा।
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किसी के पास से कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली
पुलिसकुंडली के थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि रात को ग्रामीणों ने छह लोगों को शक के आधार पर पुलिस को सौंपा था। सभी से पूछताछ की तो वह पानीपत और दिल्ली के निवासी निकले।
उनके पास से किसी भी प्रकार की कोई संदिग्ध प्रचार सामग्री नहीं मिली है। वह जमात के सदस्य थे और धर्म प्रचार के निकले हैं। वह गोहाना, सोनीपत, झुंडपुर और नांगल कलां स्थित धार्मिक स्थलों पर गए थे। वहां के प्रमुखों से भी बातचीत की गई। सभी के मोबाइल नंबर और पते पुलिस के पास हैं।
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