TRENDING TAGS :
Nuh Violence: नूंह की हिंसा का पाकिस्तानी कनेक्शन, पड़ोसी मुल्क से मोनू मानेसर के खिलाफ मुस्लिमों को भड़काने की साजिश
Haryana Nuh Violence: आरोपियों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर हमला करने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। अब घटना के पीछे पाकिस्तानी कनेक्शन का भी बड़ा खुलासा हुआ है।
Haryana Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस ने सख्त एक्शन लेना शुरू कर दिया है। अभी तक इस मामले में 176 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और इन आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि सोची समझी साजिश के तहत हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया। आरोपियों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर हमला करने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। अब घटना के पीछे पाकिस्तानी कनेक्शन का भी बड़ा खुलासा हुआ है।
दरअसल अहसान मेवात नामक पाकिस्तानी यूट्यूबर मुस्लिम समुदाय को भड़काने की साजिश में जुटा हुआ था। इस पाकिस्तानी यूट्यूबर ने बजरंग दल के गोरक्षा प्रांत प्रमुख मोनू मानेसर की हत्या के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों को भड़काया। मेवाती सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने वीडियोज के जरिए मोनू मानेसर की हत्या की अपील कर रहा था। मानेसर ने अपने एक वीडियो के जरिए लोगों से शोभायात्रा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की थी और खुद भी इस यात्रा में शामिल होने की जानकारी दी थी।
मोनू मानेसर की हत्या के लिए भड़काया
अहसान मेवाती के वीडियोज में हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहने के साथ ही धमकी भी दी गई है। मेवाती ने अपने वीडियोज के जरिए मोनू मानेसर की हत्या के लिए मुस्लिमों को भड़काने में बड़ी भूमिका निभाई। मोनू मानेसर के संबंध में मेवाती के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
Also Read
मेवाती ने फेसबुक पर अपनी लोकेशन राजस्थान के अलवर में बताई है मगर सच्चाई है कि वह पाकिस्तान का रहने वाला है। फेसबुक से मिली जानकारी के मुताबिक किया यह अकाउंट पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खरोर पक्का में बनाया गया है। यूट्यूब की ओर से भी मेवाती की लोकेशन पाकिस्तान में ही बताई गई है।
कुछ मीडिया इंटरव्यू में मेवाती ने अपने पूर्वजों के राजस्थान के होने की जानकारी दी है मगर उसके पूर्वज बंटवारे के समय पाकिस्तान चले गए थे। मेवाती ने अपने वीडियो में मुस्लिमों को मोनू मानेसर की हत्या और शोभायात्रा पर हमले के लिए भड़काया। 31 जुलाई को नूंह में हिंसा भड़कने के बाद मेवाती ने खुशी का इजहार भी किया था। उसे अपनी साजिश कामयाब होती लग रही थी।
मानेसर के वीडियो के बाद बढ़ गया था तनाव
हरियाणा के विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर का नाम काफी चर्चाओं में है। राजस्थान के भरतपुर से अगवा किए गए पशु व्यापारी नासिर और जुनैद की हत्या के मामले में मोनू मानेसर का नाम सामने आया था। ब्रजमंडल की शोभा यात्रा से पहले मोनू मानेसर ने लोगों से शोभायात्रा में शामिल होने की अपील करने के साथ ही खुद भी यात्रा में शामिल होने की बात कही थी हालांकि बाद में वह यात्रा में शामिल नहीं हुआ था।
मोनू मानेसर के इस वीडियो पर बाद लोगों में तनाव बढ़ने की बात कही जा रही है। नासिर और जुनैद की हत्या के बाद राजस्थान पुलिस अभी तक मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने में कामयाब नहीं हो सकी है,जबकि इस मामले में उसे मुख्य आरोपी बनाया गया है।
मानेसर को लेकर दो मुख्यमंत्री आमने-सामने
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल में कहा था कि यदि राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने के लिए आती है तो हरियाणा की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी। हालांकि उनके इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है। गहलोत का कहना है कि जब राजस्थान पुलिस मानेसर को गिरफ्तार करने के लिए हरियाणा पहुंची थी तो उल्टे राजस्थान पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस की ओर से राजस्थान पुलिस को कोई मदद नहीं दी गई बल्कि उल्टे फंसाने की कोशिश की गई। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद पर बैठे हुए व्यक्ति को इस तरह की गलत बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
आरोपियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस का सख्त एक्शन
नूंह में हुई हिंसा के बाद हरियाणा के कई दूसरे इलाकों में भी उपद्रव की घटनाएं हुई हैं। हरियाणा में हुई हिंसा की घटनाओं में अभी तक पांच जिलों में 93 एफआईआर दर्ज की गई है और 176 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है। नूंह की हिंसा में दो होमगार्डों समेत कुल 6 लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। उपद्रवियों ने लूटपाट करने के साथ ही तमाम वाहनों में आग लगा दी थी।
पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियोज की भी जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने अभी तक 2300 ऐसे वीडियोज की पहचान की है जिनके जरिए लोगों को भड़काने की कोशिश की गई। आरोपियों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि उपद्रवियों ने पूरी तैयारी के साथ शोभायात्रा पर हमला किया था।