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आ गई नई गाइडलाइन, इन शर्तों के साथ किए जाएंगे होम आइसोलेशन

जिसमें सबसे कम लक्षण वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा। उसके बाद दूसरे वे जिनमें कोरोना के तीन या चार लक्षण दिखाई देते हैं।

Aradhya Tripathi
Published on: 11 May 2020 5:57 AM GMT
आ गई नई गाइडलाइन, इन शर्तों के साथ किए जाएंगे होम आइसोलेशन
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नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से पूरा देश लगातार कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है। देश में आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढती जा रही है। अब इस बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक नई गाइडलाइन जारी की गई है। इस नई गाइड लाइन के मुताबिक़ देश में कोरोना के हल्के लक्षण वालों को अब होम आईसोलेशन में भेजने की छूट दी गई है। लेकिन इसमें कुछ शर्तें शामिल रहेंगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने होम आइसोलेशन के लिए जारी की गाइडलाइन

देश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमित मरीजों को तीन श्रेणियों में बांट दिया है। जिसमें सबसे कम लक्षण वाले मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा। उसके बाद दूसरे वे जिनमें कोरोना के तीन या चार लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे मरीजों को कोविड हेल्थ सेंटर में रखा जाता है। उसके बाद आते हैं तीसरी श्रेणी के मरीज। इसमें वो मरीज आते हैं जिनमें कोरोना वायरस के सारे लक्षण नजर आते हैं।

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ऐसे मरीजों को कोविड हॉस्पिटल में रखा जाता है। इससे पहले 27 अप्रैल को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के कम लक्षण वाले मरीजों के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए थे जिन्हें अब बदल दिया गया। अब स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक अगर हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीज के घर पर आइसोलेशन की सुविधाएं हैं तो वो होम आइसोलेशन में जा सकता है।

ये है नई गाइडलाइन

नई गाइडलाइन जारी करने के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से होम आइसोलेशन की सुविधाओं के बारे में भी साफ किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये साफ़ किया है कि होम आइसोलेशन के लिए किन शर्तों का पर इजाजत दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की ये गाइडलाइन-

-- कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में तभी जा सकता है जब डॉक्टर अपनी रिपोर्ट में मरीज जो घर जाने की इजाजत दे।

-- दूसरा मरीज के पास घर पर आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो।

-- घर पर एक आदमी 24 घंटे उसके साथ रहने वाला होना चाहिए।

-- इसके साथ ही अस्पताल के साथ वह हर समय जुड़ा रहना चाहिए और हर छोटी बड़ी दिक्कत की जानकारी अस्पताल को मिलती रहनी चाहिए।

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-- मरीज के मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप भी होना बेहद जरूरी है।

-- मरीज को ये शर्त भी माननी होगी कि समय- समय पर उसकी सेहत की जांच की जाएगी और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को रिपोर्ट की जानकारी दी जाएगी।

-- इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी समय-समय पर कोरोना मरीज की निगरानी करेंगे।

-- जो भी मरीज होम आइसोलेशन में जाएगा उसे एक फॉर्म भरना होगा और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी जाने वाली गाइडलाइन का पालन करना होगा।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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