TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

आज आखिरी बार जान लो, फिर मत पूछना, कोरोना में इस दवा का सेवन करना सही है या गलत?

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के इस्तेमाल करने को लेकर कई दिनों से तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस पर तमाम तरह की खबरें भी आ चुकी हैं। जिसमें दवा के इस्तेमाल से फायदा और नुकसान दोनों बताया गया है।

Aditya Mishra
Published on: 27 May 2020 12:44 PM IST
आज आखिरी बार जान लो, फिर मत पूछना, कोरोना में इस दवा का सेवन करना सही है या गलत?
X

नई दिल्ली: हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के इस्तेमाल करने को लेकर कई दिनों से तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस पर तमाम तरह की खबरें भी आ चुकी हैं। जिसमें दवा के इस्तेमाल से फायदा और नुकसान दोनों बताया गया है।

लेकिन अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके मन में इस दवा के उपयोग को लेकर तमाम तरह की भ्रान्तियां हैं। जिस पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च(आईसीएमआर) ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

तय मात्रा और निगरानी में दवा के सेवन से नहीं कोई नुकसान

आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा है कि निगरानी और नियंत्रित तरीके से किये गये अध्ययन में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना मरीजों को कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं होगा।

बल्कि इसके सेवन से बेचैनी, उल्टी और सीने में थोड़ा भारीपन रह सकता है। लेकिन इससे ज्यादा और भयावह साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिले हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को कोरोना वायरस के मरीज और सामान्य लोग रोगनिरोधी दवा के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यदि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को विश्व में कोरोना के इलाज के लिए परमिशन मिलती है तो उससे ये दवा बनाने वाली कंपनियों को बहुत फायदा होगा।

कोरोना वायरस से जुड़ी बड़ी खबरः इसलिए सिर्फ मनुष्यों को संक्रमित कर रहा वायरस

भारत में इस दवा के सेवन पर क्या कहती है गाइडलाइंस

अपने देश में कोरोना वायरस के इलाज को लेकर जो दिशा निर्देश जारी हुए हैं, उनमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सिफारिश की गई है, लेकिन साथ ही यह भी कहा गया है कि जिस मरीज की हालत बेहद गंभीर हो और वह आईसीयू में भर्ती हो, उसे ही यह दवा देनी है जबकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दवा से मौत का खतरा देखते हुए इसके क्लीनिकल ट्रायल को रोक दिया है।

भारत दुनिया भर में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा का सबसे बड़ा उत्पादनकर्ता है। यहां पर दुनिया के कुल उत्पादन की 70 फीसदी दवा बनती है।

भारत में इस समय 1.45 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में हैं। जबकि, 4100 से ज्यादा लोगों की जान जा हो चुकी है।

बताते चलें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवा मंगाई थी।

देश में कोरोना वायरस के कारण 170 नई मौतें, अब तक 4337 लोगों की गई जान



\
Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story