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कोविड वैक्सीन पर बड़ी खबर: भारत ने उठाया ये कदम, जल्द ट्रायल

कोविड वैक्सीन के लिए मिल कर काम कर रही ICMR और भारत बायोटेक एक साथ आये हैं। वैक्सीन बनाने के लिए भारत बायोटेक को पुणे की लैब से वायरस स्ट्रेन भी पहुंचा दिया गया है।

Shivani Awasthi
Published on: 10 May 2020 9:00 AM IST
कोविड वैक्सीन पर बड़ी खबर: भारत ने उठाया ये कदम, जल्द ट्रायल
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए दुनिया भर के तमाम देश वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में भारत भी पीछे नहीं है। देश के वैज्ञानिकों ने कोविड-19 की वैक्सीन की खोज में कदम बढ़ाते हुए काम शुरू किया है। इसके तहत इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) के साथ मिलकर काम शुरू कर दिया है।

ICMR और भारत बायोटेक ने कोविड-19 वैक्सीन की खोज की शुरु

कोविड वैक्सीन के लिए मिल कर काम कर रही ICMR और भारत बायोटेक एक साथ आये हैं। वैक्सीन बनाने के लिए भारत बायोटेक को पुणे की लैब से वायरस स्ट्रेन भी पहुंचा दिया गया है। वैक्सीन तैयार होने के बाद इसका सबसे पहले जानवरों पर ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल सफल होने पर ही वैक्सीन को इंसानों पर ट्रायल किया जाएगा।

वैक्सीन तैयार करने को लेकर WHO का प्रोटोकॉल:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैक्सीन बनाने को लेकर एक प्रोटोकॉल तय किया है, जिसके लिए गाइड लाइन जारी है। ऐसे में नियमो के तहत वैक्सीन तैयार करने का प्रोटोकॉल 12 से 18 महीने का होता है। दो साल का क्लीनिकल ट्रायल किया जाता है, लेकिन कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर ऐसा नहीं किया जा सकता।

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चरणों में वैक्सीन ऐसे होती है तैयार:

वहीं क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे फेज में कृत्रिम इन्फेक्शन पर वैक्सीन को टेस्ट किया जाता है। इससे क्षमता का अंदाजा लगता है। वैक्सीन की सेफ्टी, साइड इफेक्ट और असर का आकलन फेज 2 में हो जाता है।

फेज 3 में इसका वास्तविक इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है।

फेज-4 में वैक्सीन का लाइसेंस हासिल किया जाता है ताकि मार्केट में बिक्री के लिए उतारा जा सके।

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दुनियाभर में वैज्ञानिकों की करीब 90 टीम कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटी

बता दें कि दुनियाभर में वैज्ञानिकों की करीब 90 टीम कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटी हुई हैं। सभी अलग-अलग चरण में हैं। लेकिन इनमें से केवल 6 ऐसी वैक्सीन हैं, जो अपने लक्ष्य के बेहद करीब हैं। इन वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरु हो चुका है।

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बता दें कि चीन में इस समय तीन वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इस साल के अंत तक अमेरिका कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने में कामयाब हो जाएगा।

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Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

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