आ गया शाकाहारी मीट: पोषण के साथ स्वाद भी नॉनवेज का, नहीं पहचान पाएंगे आप

आईआईटी दिल्ली ने प्लांट बेस्ड मीट और मछली तैयार की है। इसे वेजिटेरियन लोग भी खा सकते हैं। इस मीट का स्वाद और खुश्बू बिलकुल असली मीट जैसा है।

Shivani
Published on: 22 Dec 2020 5:21 PM GMT
आ गया शाकाहारी मीट: पोषण के साथ स्वाद भी नॉनवेज का, नहीं पहचान पाएंगे आप
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मीट -मछली और अंडा भले ही सेहत के लिए अच्छा होता हो और डॉक्टर्स कुपोषण की समस्या होने पर नॉन वेज खाने की सलाह देते हों, लेकिन समस्या तब आती हैं, जब आप शाकाहारी हों। नॉनवेज खाना तो क्या छूना भी आपके लिए पाप जैसा हो। अब ऐसे में स्वास्थ्य पर ध्यान दें, डॉक्टर की बात मानें या परिवार के नियमों और शाकाहारी होने का कर्तव्य निभाएं। ये सवाल आपको धर्मसंकट में डाल देता है।

IIT दिल्ली में तैयार हुआ वेजिटेरियन मीट और मछली

लेकिन अब ऐसे कन्यूजन में आप नही पड़ेंगे। क्योंकि बहुत जल्द आपको वेजिटेरियन मीट और मछली मिलने लगेगी। दरअसल, आईआईटी दिल्ली ने प्लांट बेस्ड मीट और मछली तैयार की है। इसे वेजिटेरियन लोग भी खा सकते हैं।

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'मॉक मीट' का स्वाद और खुशबू नाॅनवेज जैसा

बताया जा रहा है कि आईआईटी दिल्ली में तैयार इस मीट का स्वाद और खुश्बू बिलकुल असली मीट जैसा है। इसका नाम है 'मॉक मीट'। इसे आईआईटी दिल्ली के सेंटर फॉर रूरल डवलपमेंट एंड टेक्नोलॉजी ने तैयार किया है।

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प्रो. काव्या दशारा और उनकी टीम ने किया इनोवेशन, UNDP से पुरस्कृत

बता दें कि आईआईटी दिल्ली में पिछले करीब दो साल से पोषक व सुरक्षित प्रोटीन प्रोडक्ट पर काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट में IIT दिल्ली की प्रो. काव्या दशारा और उनकी टीम शामिल हैं, जिन्होंने इसके पहले 'मॉक एग' बनाया था। यह वेजिटेरियन अड्डा है, जिसे पका कर भी खाया जा सकता है। प्रो. काव्या को उनके इस इनोवेशन के लिए यूनाइटेड नेशंस डवलपमेंट प्रोग्राम (UNDP) ने पुरस्कार भी दिया था।

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शाकाहारी खा सकते है माॅक मीट और अंड्डा

मॉक एग के बाद मॉक मीट तैयार करने वाली प्रो. काव्या ने बताया कि बेशक मीट प्रोटीन दालों के प्रोटीन से बेहतर है लेकिन इसमें भी अब प्रोडक्शन के लिए हार्मोन आदि का उपयोग हो रहा है और ये सुरक्षित नहीं रह गया। लगातार स्टडी में पाया कि कुछ अनाजों का प्रोटीन बिल्कुल मीट प्रोटीन के बराबर ही है। एनिमल प्रोटीन में बाइट साइज और माउथ फील अच्छा रहता है।

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