×

IMF ने बताई भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती की वजह, दी ये सलाह... 

Shivani Awasthi
Published on: 24 Dec 2019 6:47 AM GMT
IMF ने बताई भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती की वजह, दी ये सलाह... 
X

दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि को रफ्तार देने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की मुख्य अर्थशास्त्री और शोध विभाग की निदेशक गीता गोपीनाथ से मुलाकात की।

पीएम की अध्यक्षता में सीसीआईजी की पहली बैठक

बता दें कि बीते दिन मन्त्रिमंडल की निवेश और वृद्धि पर नवगठित समिति (सीसीआईजी) की पहली बैठक हुई थी। जानकारी के मुताबिक, ये बैठक प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई।

IMF

ये बैठक ऐसे समय पर हुई है जब भारत की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है। वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)ने भारत को जल्द इस और बड़े कदम उठाने की सलाह दी है।

IMF ने भारत को दी सलाह, जल्द उठायें बड़े कदम:

आईएमएफ के मुताबिक़, भारतीय अर्थव्यवस्था, ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ाने वाली अर्थव्यवस्था में से एक है, इसीलिए भारत को तेजी से कदम उठाने होंगे। आईएमएफ ने अपनी सालाना समीक्षा में बताया कि खपत और निवेश में गिरावट, टैक्स राजस्व में कमी से भारत की आर्थिक ग्रोथ को झटका लगा है।

नए साल में IMF जारी करेगा भारत की आर्थिक ग्रोथ पर रिपोर्ट:

गौरतलब है कि आईएमएफ 20 जनवरी 2020 को भारत के आर्थिक ग्रोथ के आउटलुक पर एक नई रिपोर्ट जारी करने वाला है। आईएमएफ की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 की दिसंबर और मार्च तिमाही में भी आर्थिक ग्रोथ कमजोर बनी रहेगी।

ये भी पढ़ें: वित्त मंत्रालय:भारतीयों के स्विस बैंक में जमा धन की नहीं देगा जानकारी, वजह है बड़ी

गोपीनाथ के मुताबिक़, मौजूदा वित्त वर्ष की बाकी दो तिमाहियों में तेजी की उम्मीद थी, लेकिन अब रिकवरी मुश्किल दिख रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए पुराने अनुमान को बदलने की जरूरत है।

अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने बताई भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह:

वहीं गीता गोपीनाथ ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह भी बताई। उनका मानना है कि बैंकिंग सेक्टर के आसपास कई तरह की अनिश्चितताएं हैं जिनकी वजह से बैंकों की रिस्क लेने की क्षमता घटी हैं और इसका असर क्रेडिट ग्रोथ पर भी नजर आ रहा है।

वहीं ग्रामीण इलाकों में आमदनी और पैदावार घटने की वजह से उपभोग भी घटा है। हालाँकि कि भारत के मामले में कुछ मसले ऐसे हैं जिन्हें इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड (IBC)कोड के जरिए ठीक किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें: हेमंत सोरेन को सीएम पद की शपथ लेते ही करना होगा इन चुनौतियों का सामना…

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story