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राम मंदिर पर बड़ा ऐलान, बस कुछ दिन में होगा ये काम
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा ट्रस्ट के सदस्य बनने के बाद 28 फरवरी को पहली बार अयोध्या और लखनऊ आ रहे हैं। नृपेन्द्र...
लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा ट्रस्ट के सदस्य बनने के बाद 28 फरवरी को पहली बार अयोध्या और लखनऊ आ रहे हैं। नृपेन्द्र मिश्रा इस दौरान लखनऊ और अयोध्या में लागातार दो बैठकों के जरिये मंदिर निर्माण का खाका तैयार करने संबंधी बैठक करेंगे।
मंदिर निर्माण को लेकर बड़ी बैठक बुलाई गई है
लखनऊ में 28 फरवरी को राम मंदिर को लेकर होने वाली इस बैठक को लेकर चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि बैठक के बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के लिए तारीख का ऐलान हो सकता है।
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बता दें 28 फरवरी के बाद 29 फरवरी को अयोध्या में एक बड़ी बैठक होने वाली है, जिसके बाद राम मंदिर के निर्मांण को रफ्तार देने पर आम राय के साथ कुछ बड़े ऐलान हो सकते हैं।
चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा पहली बार अयोध्या पहुचेंगे
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक ट्रस्ट में अहम जिम्मेदादी मिलने के बाद मंदिर निर्माण समिती के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा पहली बार अयोध्या पहुचेंगे, जहां वह राम लला के दर्शन करेंगे। अयोध्या के बाद नृपेन्द्र मिश्रा लखनऊ आगमन का कार्यक्रम है। जहां मंदिर निर्माण को लेकर बड़ी बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में तमाम साधू संतों के साथ–साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी शामिल होने की खबर है।
हालांकि इस बैठक के अगले ही दिन 29 फरवरी को अयोध्या में बड़ी बैठक बुलाई गयी है, जिसमें राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों के साथ-साथ अध्यक्ष नित्य गोपाल दास भी शामिल होंगे।
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इस बैठक में राम मंदिर के निर्माण की पूरी कार्ययोजना पर चर्चा होगी। माना ये भी जा रहा है कि दौरान मंदिर मॉडल से लेकर समय अवधी से लेकर तमाम मुद्दों पर ट्रस्ट के सदस्यों की राय ली जायेगी। इस बैठक में इस बात को लेकर भी चर्चा भी चर्चा होगी।
राम मंदिर के लिए भूमि पूजन 2 अप्रैल को रामनवमी के दिन का मुहूर्त तय किया जाय या अक्षय तृतीया के दिन। हालांकि तारीखों को लेकर पेंच पीएम मोदी के आगमन की तारीख को लेकर भी फंस सकता है।
ट्रस्ट के सदस्यों ने पीएम मोदी को न्योता भी दिया था
क्योंकि अयोध्यावासियों के साथ–साथ ट्रस्ट के सदस्यों की आम राय थी कि मंदिर के लिए पूजन पीएम के हाथों से ही करवाया जाय, जिसके लिए पिछले दिनों ट्रस्ट के सदस्यों ने पीएम मोदी को न्योता भी दिया था।
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लेकिन पीएम मोदी के आगमन के साथ त्योहारों पर लोगों के भारी संख्या में अयोध्या में आमद को लेकर कई तरीके की चुनौतियों का सामना प्रशासन को करना पड़ सकता है। लिहाजा मंदिर के भूमि पूजन को लेकर तारीखों के ऐलान के लिए 28 और 29 फरवरी की दो बड़ी बैठकें कई मायनों में महत्वपूर्ण हो सकती है।