×

चमकी किस्मतः बंटवारे के बाद आए भारत, गिनती आज अरबपतियों में

भारत देश में आज कई ऐसे अरबपति मौजूद हैं जो दूसरे देश से संबंध रखते हैं। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान ये सभी या इनके पूर्वज भारत में आकर बस गए थे।

Monika
Published on: 10 Oct 2020 7:10 AM GMT
चमकी किस्मतः बंटवारे के बाद आए भारत, गिनती आज अरबपतियों में
X
india-pakistan

भारत देश में आज कई ऐसे अरबपति मौजूद हैं जो दूसरे देश से संबंध रखते हैं। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान ये सभी या इनके पूर्वज भारत में आकर बस गए थे। इस बटवारे के बीच जहां लोगों को अपने घर बार छोड़ने पड़े वही इन लोगों ने इस उथल-पुथल के बीच खुद को बनाया और आज वह सबसे दौलतमंद लोगों में गिने जाते हैं।

सिंध प्रांत से भागने को हुए थे मजबूर

आपको बता दें, कि जनवरी 1948 में कराची में दंगे भड़के, जिसने वहां के हिंदुओं से लेकर सिंधियों तक को बाहर खदेड़ दिया। जिसके बाद सिंध प्रांत से भागने को मजबूर लोग अलग-अलग देशों जैसे अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, मिडिल ईस्ट जैसे देशों में बस गए। इनमे से कई लोग हिंदुस्तान आ गए। यही के शहरों में बस गए। आज हम ऐसे ही कई नामी लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आज भारत देश में एक बड़ा नाम हैं....

निरंजन हीरानंदानी

निरंजन हीरानंदानी

पाकिस्तान से हिंदुस्तान आकर बसे निरंजन हीरानंदानी आज एक अरबपति हैं। निरंजन हीरानंदानी के पिता और पद्मश्री विजेता लखुमल हीरानंद हीरनंदानी पाकिस्तान के सिंध प्रांत में जन्मे थे ,वहीं से अपना काम शुरू किया था। विभाजन के बाद उनके परिवार को भारत आना पड़ा। अस्सी की शुरुआत में बेटे निरंजन ने मुंबई के कांदीवली में टेक्सटाइल के छोटे से व्यापार से काम शुरू किया। जिसके बाद उन्होंने ने ऐसे तरक्की की साल 2017 में उनका नाम फोर्ब्स की लिस्ट में आया, जो दुनियाभर के 100 अमीरों की बात करती है।

babita kapoor

बबीता कपूर

सिंधी-हिंदू परिवारों का मुख्य पेशा बिजनेस ही रहा। राजनीति से ग्लैमर इंडस्ट्री तक एक्ट्रेस बबीता कपूर ने खूब नाम कमाया। करीना और करिश्मा कपूर की मां बबीता का जन्म पाकिस्तान के कराची के बर्न्स रोड में हुआ था। उनके पिता हरि शिवदासानी हिन्दू सिंधी परिवार से थे, जो विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आ गए।

ये भी पढ़ें…भारत की बड़ी जीत: NAM की बैठक में कश्मीर मसले पर PAK की कर दी बोलती बंद

असरानी

असरानी

कॉमेडियन असरानी भी पाकिस्तान से भारत आए थे। असरानी अपने अपने परिवार के साथ जयपुर में बस गए, जहां उनके पिता ने काफी छोटे स्तर पर कारपेट की दुकान शुरू की। विभाजान के बाद भारत आए असरानी तब लगभग 7 साल के थे और उनके मन पर इसका गहरा असर हुआ था।

ये भी पढ़ें…आ रहा चक्रवाती तूफान: इन राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश, अलर्ट हुआ जारी

वकील राम जेठमलानी

राम जेठमलानी

बात करें राम जेठमलानी की तो वो भी सिंध से थे लेकिन भारत में आज वो वकील राम जेठमलानी के नाम से जाने जाते हैं। पिछले ही साल उनका निधन हुआ।बता दें, कि जेठमलानी का जन्म ब्रिटिश शासन के शिकारपुर शहर में हुआ । जो अब पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में है. साल 1923 में जन्मे जेठमलानी पाकिस्तान में एक लॉ प्रोफेसर के तौर पर काम करते थे। लेकिन विभाजन के बाद जेठमलानी को बुरे हालातों में पाकिस्तान छोड़कर भारत आना पड़ा।

ये भी पढ़ें…भारत-इजरायल का कमाल: 1 मिनट में पता चलेगा कोरोना है या नहीं, करना होगा ये काम

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story