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INDIA Meeting: विपक्षी दल आज तय करेंगे सीट शेयरिंग का फार्मूला, पवार के घर होगी INDIA गठबंधन की अहम बैठक
INDIA Alliance Meeting: इस बैठक में सीट शेयरिंग के फार्मूले और साझा अभियान चलाने की रणनीति पर व्यापक चर्चा होने की संभावना है। बैठक के दौरान 18 सितंबर से होने वाले संसद के विशेष सत्र को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है।
INDIA Meeting: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पूर्व विपक्षी गठबंधन इंडिया ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इस सिलसिले में आज इंडिया गठबंधन की 14 सदस्यीय समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सीट शेयरिंग के फार्मूले और साझा अभियान चलाने की रणनीति पर व्यापक चर्चा होने की संभावना है। बैठक के दौरान 18 सितंबर से होने वाले संसद के विशेष सत्र को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। माना जा रहा है कि विपक्षी दल इस बाबत भी आज अपनी रणनीति तय करेंगे। विपक्ष की ओर से सरकार से इस विशेष सत्र का एजेंडा बताने की मांग के बावजूद सरकार ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ऐसे में इस विशेष सत्र को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि विभिन्न राज्यों में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने अब हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। पंजाब और दिल्ली में आप की कांग्रेस के साथ पहले से ही खींचतान चल रही है। उधर पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच तलवारें खिंची हुई हैं। ऐसे में अब सबकी निगाहें एनसीपी मुखिया शरद पवार के आवास पर आज होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक पर लगी हुई हैं।
बैठक में सीट शेयरिंग के फार्मूले पर होगी चर्चा
जानकार सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन की आगे की रणनीति और भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी। बैठक के दौरान विपक्ष की कैंपेन प्लानिंग के साथ ही विभिन्न राज्यों में सीट शेयरिंग के फार्मूले पर भी चर्चा हो सकती है। विपक्षी गठबंधन की अभी तक पटना, बेंगलुरु और मुंबई में तीन बैठकें हो चुकी हैं मगर अभी तक सामूहिक रूप से चुनाव अभियान चलाने और सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। आज की बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है।
आप के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने मंगलवार को कहा कि मुझे अभी तक बैठक के एजेंडे के बारे में जानकारी नहीं है मगर इस बैठक के दौरान प्रत्याशियों के चयन से लेकर कैंपेन प्लानिंग तक के मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा होने की संभावना है। सियासी जानकारों का मानना है कि जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होने के बाद अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आने वाले दिनों में जबर्दस्त घमासान छिड़ेगा। विपक्ष अब मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने के मूड में दिख रहा है।
संसद के विशेष सत्र पर भी होगी चर्चा
विपक्षी दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक के दौरान विपक्ष की आगे की रणनीति तय करने के लिए समन्वय समिति का गठन किया गया था। समन्वय समिति में विभिन्न राजनीतिक दलों के 14 सदस्यों को शामिल किया गया है। यह समिति गठबंधन के शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में काम करेगी। इंडिया गठबंधन की आगे की आक्रामक रणनीति तय करने की जिम्मेदारी इसी समिति को सौंपी गई है। अब मोदी सरकार की ओर से 18 सितंबर से संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। विशेष सत्र के दौरान मोदी सरकार की ओर से कोई बड़ा कदम उठाने की चर्चाएं हैं।
सियासी हलकों में कई दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी सरकार की ओर से देश का नाम भारत किए जाने के लिए विधेयक संसद में पेश किया जा सकता है। इसके अलावा महिला आरक्षण विधेयक, जनसंख्या नियंत्रण बिल और समान नागरिक संहिता की भी चर्चाएं सुनी जा रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि विपक्ष की ओर से आज संसद के विशेष सत्र के दौरान अपनाई जाने वाली रणनीति पर भी चर्चा की जा सकती है।
समन्वय समिति में इन दलों के प्रतिनिधि शामिल
विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की समन्वय समिति में शरद पवार के अलावा टीएमसी के अभिषेक बनर्जी, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, टीआर बालू (डीएमके), हेमंत सोरेन (झामुमो), संजय राउत (शिवसेना-यूबीटी), तेजस्वी यादव (राजद), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (सपा), ललन सिंह (जदयू), डी राजा (भाकपा), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) और माकपा के एक नेता शामिल हैं।
अभिषेक बनर्जी को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी को आज ईडी की ओर से पूछताछ के लिए तलब किया गया है। इसलिए वे इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। टीएमसी की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईडी के नोटिस को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। अभिषेक बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए कहा कि 56 इंच वाले मॉडल की कायरता पर आश्चर्यचकित हुए बिना नहीं रहा जा सकता।
जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह की तबीयत खराब है। इसलिए उनकी जगह बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता संजय झा बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
सीपीएम ने अभी तक किसी नेता को समिति के सदस्य के रूप में नामित नहीं किया है। इसलिए पार्टी की ओर से कोई नेता इस बैठक में हिस्सा नहीं लेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक कम के पायलट ब्यूरो की 16-17 सितंबर को होने वाली बैठक के दौरान सदस्य के नाम का फैसला किया जाएगा।