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भारत-चीन विवाद: अमेरिका बनाए हुए है नजर, UN ने इस मुद्दे पर जताई चिंता
बीते दिन गलवान घाटी भारत और चीन के बीच हुई हिंसात्मक लड़ाई पर पूरी दुनिया अपनी नजर बनाए हुए है। घाटी में हुई इस लड़ाई में भारत के 20 जवान शहीद हो गए, वहीं चीन को भी काफी नुकसान हुआ है लेकिन अभी उसने आधिकारिक तौर पर बताया नहीं है।
नई दिल्ली :बीते दिन गलवान घाटी भारत और चीन के बीच हुई हिंसात्मक लड़ाई पर पूरी दुनिया अपनी नजर बनाए हुए है। घाटी में हुई इस लड़ाई में भारत के 20 जवान शहीद हो गए, वहीं चीन को भी काफी नुकसान हुआ है लेकिन अभी उसने आधिकारिक तौर पर बताया नहीं है। ऐसे में भारत और चीन के बीच के लड़ाई में महाशक्तिशाली देश अमेरिका भी अपनी नजर बनाए हुए है। इस पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि भारत-चीन के बीच एलएसी पर जो भी चल रहा है, उसपर अमेरिका की पूरी नजर है।
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विवाद को निपटाना चाहते
भारत और चीन के बीच हुई हिंसात्मक लड़ाई में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि भारत की सेना ने 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है, हम उनके परिवार के प्रति सांत्वना प्रकट करते हैं। भारत और चीन दोनों ही इस बात को राजी हैं कि वो इस विवाद को निपटाना चाहते हैं और बॉर्डर से सैनिक पीछे लेना चाहते हैं।
साथ ही बता दें, कि अमेरिका के अनुसार, 2 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बात हुई थी, जिसमें भारत-चीन के बॉर्डर पर जारी तनाव पर बात हुई थी। हम चाहते हैं कि दोनों देश शांति से इस विवाद को खत्म करें।
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संघर्षों को लेकर चिंता व्यक्त
इसी मुद्दे पर अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच संघर्षों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
यूएन के सहयोगी प्रवक्ता एरी कनेको ने कहा, हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच हिंसा और मौतों की खबरों को लेकर चिंतित हैं। दोनों पक्षों से अपील है कि वे अत्यधिक संयम बरतें।
वहीं बीते मंगलवार की घटना के बाद से ही ग्लोबल लेवल पर भारत और चीन के बीच हुए इस तनाव की चर्चा है। इसी के चलते दुनियाभर के देश चीन पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।
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