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इस देश की पटरियों पर दौड़ेंगे भारतीय रेल इंजन, सरकार देगी ये बड़ी सौगात

बांग्लादेश ने भारतीय रेल इंजनों को खरीदने में रूचि जाहिर करते हुए पिछले साल मोदी सरकार को प्रस्ताव भेजा था। सरकार ने बांग्लादेश रेलवे की जरूरत को समझते हुए इंजनों को देना के प्रस्ताव को पास कर दिया था।

Shivani
Published on: 25 July 2020 2:25 PM GMT
इस देश की पटरियों पर दौड़ेंगे भारतीय रेल इंजन, सरकार देगी ये बड़ी सौगात
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नई दिल्ली: भारत के रेल इंजन अब बांग्लादेश की ट्रेनों को और हाईटेक बनाएंगे। दरअसल, भारत पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश को 10 ब्रॉड-गेज डीजल इंजन सौंपने जा रहा है। 27 जुलाई को भारत 3300 हॉर्स पावर के 10 ब्रॉड-गेज लोको इंजन की डिलीवरी बांग्लादेश को करेगा। माना जा रहा है कि बांग्लादेश-भारत के रिश्तों को और मजबूती देने के लिए ये कदम बेहद ख़ास है।

भारत देगा बांग्लादेश को 10 ब्रॉड-गेज लोको इंजन

दरअसल, बांग्लादेश ने भारतीय रेल इंजनों को खरीदने में रूचि जाहिर करते हुए पिछले साल मोदी सरकार को प्रस्ताव भेजा था। सरकार ने बांग्लादेश रेलवे की जरूरत को समझते हुए इंजनों को देना के प्रस्ताव को पास कर दिया था। इसी कड़ी में 27 जुलाई को भारत बांग्लादेश को 10 ब्रॉड-गेज डीजल इंजन सौंपेगा।

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27 को भारत -बांग्लादेश के बीच हैंडओवर सेरिमनी

इस दौरान हैंडओवर सेरिमनी का आयोजन किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हैण्डओवर सेरेमनी में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों, रेल मंत्रियों समेत उच्चायुक्तों के अलावा रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीमा के दोनों ओर के स्थानीय स्टेशनों के अन्य अधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि इंजनों के भौतिक तौर पर डिलीवरी का कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में स्थिर पूर्वी रेलवे के गेडे स्टेशन और बांग्लादेश की ओर से दर्शना स्टेशन पर होगा।

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ब्रॉड-गेज डीजल इंजन की खासियत:

भारत बांग्लादेश को जो 10 ब्रॉड-गेज डीजल इंजन देने जा रहा है, वे 3300 हॉर्सपावर के हैं। डब्लूडीएम 3 डी लोको इंजनों की उम्र 28 साल या उससे अधिक है। इस इंजन को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के लिए डिजाइन किया गया है। ब्रॉड-गेज डीजल इंजन माल ढुलाई के साथ-साथ यात्री गाड़ियों के इस्तेमाल में भी आते हैं और इनमें माइक्रोप्रोसेसर आधारित नियंत्रण प्रणाली है।

इन इंजनों की सप्लाई के साथ ही भारत ने इनके मेंटिनेंस और अन्य महत्वपूर्ण काम करने के लिए प्रतिबद्धता भी जाहिर की। वहीं उम्मीद जताई गयी कि ये कदम दोनों देशों के रिश्तों में अहम भूमिका निभाएगा। वहीं दोनो देशों के रेल विभाग के बीच साझेदारी बढ़ाने में भी कारगर होगा।

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