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PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री के फ्रांस दौरे पर होगी 96 हजार Cr. की डील ! 26 राफेल-3 पनडुब्बियां खरीदने की तैयारी

PM Modi France Visit: पीएम मोदी फ्रांस यात्रा के दौरान बड़ा रक्षा सौदा करने। भारत अनुमानित 96 हजार करोड़ रुपए की डील पर हस्ताक्षर कर सकता है। इस डील में 26 राफेल-एम फाइटर जेट और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियां हैं।

Aman Kumar Singh
Published on: 10 July 2023 2:40 PM GMT (Updated on: 10 July 2023 2:58 PM GMT)
PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री के फ्रांस दौरे पर होगी 96 हजार Cr. की डील ! 26 राफेल-3 पनडुब्बियां खरीदने की तैयारी
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भारत राफेल और पनडुब्बियां खरीदने की तैयारी में है (Social Media)

PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 जुलाई तक फ्रांस दौरे पर रहेंगे। भारतीय प्रधानमंत्री 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस यानी 'बैस्टिल डे' (Bastille Day) परेड समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी कई बड़ी डील को अंजाम देंगे। जिनमें 26 राफेल समुद्री लड़ाकू जेट (Raphael M) तथा तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पारंपरिक पनडुब्बियां (Submarines) खरीदने की घोषणा हो सकती है। ये डील तक़रीबन 96 हजार करोड़ रुपए की होगी।

मीडिया में आ रही ख़बरों के अनुसार, 26 राफेल-एम फाइटर जेट (Rafale-M fighter jet) में से 22 फाइटर जेट सिंगल सीटर होंगे, जबकि 4 डबल सीटर ट्रेनिंग फाइटर होंगे। ये डील कुल 90 हजार करोड़ रुपए की लागत से होगी। इसके अतिरिक्त, प्रोजेक्ट 75 के तहत तीन स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन (Scorpene Class Submarine) भारत लाई जाएगी। राफेल-एम फाइटर जेट्स को भारतीय नौसेना (Indian Navy) के एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किया जाएगा।

INS विक्रमादित्य-विक्रांत पर राफेल तैनाती की तैयारी

सरकारी सूत्रों ने बताया है कि, डिफेंस फोर्सेज द्वारा ये प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के सामने रखा गया है। इस हफ्ते प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान इसकी घोषणा हो सकती है। प्रस्तावों में भारतीय नौसेना को चार प्रशिक्षण विमानों के साथ-साथ 22 सिंगल सीट वाले राफेल समुद्री विमान मिलेंगे। इंडियन नेवी इन लड़ाकू विमानों (Fighter Jets) और पनडुब्बियों को तत्काल हासिल करने के लिए दबाव बना रही थी। इसकी वजह, देश में सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर इनकी कमी हो रही थी। भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत पर तैनात करने के लिए पुराने मिग- 29 की जगह एक उपयुक्त लड़ाकू विमान की तलाश थी, जो राफेल से पूरी करने की तैयारी है।

जानें राफेल मरीन की खासियत

राफेल कई खूबियों की वजह से अपने समकक्ष अन्य विमानों से खास है। डैसो राफेल मरीन (Rafale Marine) की अधिकतम गति मैक 2 है अर्थात 2469.6 किलोमीटर प्रति घंटा। वहीं, राफेल की रेंज 3,700 किलोमीटर से अधिक है। राफेल मरीन आसमान में 55,000 फीट की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ सकता है। राफेल मरीन में एक पायलट की आवश्यकता होती है। इसकी लंबाई 50.1 फीट है। विंगस्पैन 35.4 फीट है। राफेल मरीन का वजन 10,300 किलोग्राम है। बता दें, फाइटर जेट्स की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की कई रेटिंग्स से तुलना की जाती है, जिसमें बीवीआर रेटिंग प्रमुख है। राफेल मरीन को BVR रेटिंग 100 में 90 प्रतिशत मिली है। इसकी कई खासियत है, इसलिए ये भारतीय सेना की पहली पसंद बनकर उभरा है।

रक्षा उद्योग (Defense Industry) से जुड़े बताते हैं कि, राफेल मरीन सौदे के लिए भारत और फ्रांस बातचीत के लिए एक संयुक्त टीम बना सकती है। ठीक वैसे ही जैसे 36 लड़ाकू विमानों के लिए पिछले राफेल सौदे के दौरान हुआ था। इन प्रस्तावों पर रक्षा मंत्रालय में पहले ही उच्च-स्तरीय बैठकों में चर्चा हो चुकी है। आगामी कुछ दिनों में इसे रक्षा अधिग्रहण परिषद के समक्ष पेश करने की भी संभावना है। फ्रांस में घोषणा से पहले सरकार द्वारा आवश्यक स्वीकृति दिए जाने की उम्मीद है।

Aman Kumar Singh

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