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भारत में फैला ये जानलेवा वायरस, कोरोना से भी ज्यादा है ख़तरनाक

पूरी दनिया में अभी कोरोना का कहर खतम भी नहीं हुआ कि भारत में एक नए वायरस ने अपना कहर शुरू कर दिया है।भारत में स्वाइन फ्लू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है

Aradhya Tripathi
Published on: 28 Feb 2020 12:08 PM GMT
भारत में फैला ये जानलेवा वायरस, कोरोना से भी ज्यादा है ख़तरनाक
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मेरठ: पूरी दनिया में अभी कोरोना का कहर खतम भी नहीं हुआ कि भारत में एक नए वायरस ने अपना कहर शुरू कर दिया है। भारत में तेजी से फैल रहा है ये खतरनाक वायरस। भारत में स्वाइन फ्लू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। स्वाइन फ्लू का सबसे ज्‍यादा असर उत्तर प्रदेश के मेरठ में देखने को मिल रहा है। मेरठ मेडिकल कॉलेज में अब तक स्वाइन फ्लू से नौ लोगों की मौत हो चुकी है।

जिसमें छह लोग जिले के भी शामिल हैं। मेरठ में अब तक 52 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जो कि प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके अलावा मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में हापुड़, मुजफ्फरनगर और शामली के तीन लोगों की मौत भी स्वाइन फ्लू से हुई है. वहीं बीती रात पीएसी के दो जवानों को भी स्वाइन फ्लू ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जिन्‍हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

हाथ मिलाकर नहीं, हाथ जोड़ कर करें अभिवादन

मेरठ सीएमओ डॉ. राजकुमार ने समस्त अस्पतालों को स्वाइन फ्लू के मरीजों को अलग वार्ड में रखने के निर्देश दिए हैं। CMO ने अस्पतालों का निरीक्षण किया और जहां भी स्वाइन फ्लू के मरीज को अन्य मरीजों के साथ रखा गया था, उन अस्पतालों को नोटिस भी जारी किया है। CMO ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलग से वार्ड बनाने का निर्देश दिया। CMO ने बोला कि लोग अपना ख्याल खुद भी रखें साथ ही लोगों से अपील की कि आजकल हाथ मिलाने की बजाए हाथ जोड़कर ही लोगों का अभिवादन स्वीकार करें।

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पीएसी जवान भी गिरफ्त में

मेरठ में पीएसी छठी बटालियन के 14 जवानों को स्वाइन फ्लू का अंदेशा देखते हुए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। सभी जवान बुखार, खांसी एवं जुकाम से ग्रस्त थे। इमरजेंसी स्टाफ ने बताया कि दो जवानों में गुरुवार को एच1एन1 पॉजीटिव पाया गया था। इन जवानों के साथ ट्रेनिंग करने वाले अन्य दर्जनभर साथियों में भी वायरस के लक्षण मिले हैं।

उन्हें पीएसी के वाहन से एकसाथ मेडिकल कॉलेज लाया गया और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। सभी जवानों के सैंपल सुबह जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे। यही नहीं, स्वास्थ्य विभाग ने पीएसी बटालियन में एक कैम्प भी लगाकर जवानों की जांच की है।

लापरवाह अस्पतालों को नोटिस

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शुरूआत में जनपद के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के इलाज में लापरवाही देखने को मिली थी। एच1एन1 से संक्रमित मरीजों को आइसीयू में भर्ती करने से अन्य मरीजों में भी वायरस पहुंच गया। मेरठ-सहारनपुर की संयुक्त टीम ने मेरठ के आधा दर्जन अस्पतालों की पड़ताल की, जिसमें न आइसोलेशन वार्ड मिला, और न ही एन-95 मास्क. सीएमओ डॉ. राजकुमार ने इसे अस्पतालों की घोर लापरवाही बता नोटिस जारी किया है।

स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि कई मरीजों की मौत मल्टीआर्गन फेल्योर से हुई। जबकि बगल के बेड पर भर्ती रहने की वजह से जांच रिपोर्ट में एच1एन1 वायरस मिला. सीएमओ ने बताया कि छह से अधिक अस्पतालों में पड़ताल की गई, जहां एन-95 मास्क व पीपीईटी किट भी उपलब्ध नहीं थी।

अन्य मरीजों के साथ किया भर्ती

अस्पतालों ने आइसीयू में स्वाइन फ्लू के मरीजों को भर्ती कर लिया, बगल के बेड पर भर्ती सांस, किडनी, चेस्ट, कैंसर, हार्ट, शुगर एवं अन्य बीमारियों के मरीजों की जान पर आफत आ गई। प्रतिरोधक क्षमता गिरने से कई रोगियों में स्वाइन फ्लू का संक्रमण मिला. बीते दिनों मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में भर्ती 12 साल की एक बच्ची के आंत का दो बार ऑपरेशन हुआ था और फिर वो मल्टीआर्गन फेल्योर की वजह से जान गंवा बैठी, लेकिन मरने के बाद रिपोर्ट में एच1एन पॉजिटिव आ गया।

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बहरहाल, सीएमओ ने मेरठ के जसवंत राय सुपरस्पेशियलिटी, लोकप्रिय अस्पताल, होप हास्पिटल, अपोलो, चौरसिया नर्सिग होम, न्यूटीमा अस्पताल, युग अस्पताल, शिव शक्ति नर्सिग होम, आनंद अस्पताल, केएमसी अस्पताल समेत कई अन्य को वार्ता के लिए भी बुलाया है। इसके बाद सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड सुनिश्चित कराने की व्यवस्था की जाएगी।

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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