LAC पर ताकतवर सेना: देख थर-थर कांप उठेगा चीन-पाक, हजारों फीट बनेगा इतिहास

भारतीय सेना नया इतिहास रचने जा रही है। इस साल शीतकाल में पहली बार चीन की सीमा पर समुद्र तल से लगभग 10000 से 16500 फुट तक की ऊंचाई पर देश के आईटीबीपी(ITBP) के जवान तैनात रहेंगे।

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Published on: 8 Nov 2020 5:56 AM GMT
LAC पर ताकतवर सेना: देख थर-थर कांप उठेगा चीन-पाक, हजारों फीट बनेगा इतिहास
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इस साल शीतकाल में पहली बार चीन की सीमा पर समुद्र तल से लगभग 10000 से 16500 फुट तक की ऊंचाई पर देश के आईटीबीपी(ITBP) के जवान तैनात रहेंगे।

नई दिल्ली। धोखेबाज चीन के साथ बीते कई महीनों से बरकरार तनातनी के बीच भारतीय सेना नया इतिहास रचने जा रही है। इस साल शीतकाल में पहली बार चीन की सीमा पर समुद्र तल से लगभग 10000 से 16500 फुट तक की ऊंचाई पर देश के आईटीबीपी(ITBP) के जवान तैनात रहेंगे। सेना के ये जाबांज जवान यहां से चीन की हर नापाक गतिविधि पर कड़ी पैनी नजर बनाए रखेंगे। इससे दुश्मनों की हर चाल का समय पर पता चलने में मदद मिलेगी। तैनात जवानों के लिए चौकियों पर हेलीकॉप्टर से गर्म कपड़े और रसद सामग्री पहुंचाई जा रही है। बता दें, दुंग, बुगडियार और रिलकोट चौकियों पर लगभग 700 से 800 आईटीबीपी(ITBP) के जवान तैनात किए गए हैं।

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ITBP के जवान तैनात

ऐसे में 10,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित रिलकोट, 8898 फुट की ऊंचाई पर बुगडियार और समुद्रतल से 16 हजार 500 फुट की ऊंचाई पर दुंग चौकियों पर चीन की सीमा के पास ये ITBP के जवान तैनात किए गए हैं।

साथ ही व्यास वैली के लिपुलेख में समुद्रतल से 14,000 फुट और दारमा वैली की अंतिम चौकी दावे में भी 15,000 फुट की ऊंचाई पर भी सेना के जवान तैनात रहेंगे। बीते साल तक कड़ाके की ठंड बढ़ने के बाद जवानों को मिलम और गुंजी शिफ्ट कर दिया जाता था, लेकिन इस बार चीन से बढ़ते तनाव को देखते हुए जवानों को शीतकाल में वहीं तैनात रहने के आदेश जारी हुए हैं।

indian jawans फोटो-सोशल मीडिया

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हर गतिविधि पर एकदम पैनी नजर

सीमा पर बर्फबारी से पहले से तैनात जवानों के लिए हेली सेवा यानी (हेलीकॉप्टर द्वारा) से इन चौकियों में खाद्यान्न सामग्री, गर्म कपड़े, डीजल, पेट्रोल सहित अन्य सामान पहुंचाया जा रहा है। आपको बता दें कि पिथौरागढ़ में भारत की 150 किमी. सीमा चीन से लगी हुई है। बढ़ते विवाद के बाद आईटीबीपी(ITBP) के साथ-साथ भारतीय सेना के जवान सीमा पर हर गतिविधि पर एकदम पैनी नजर बनाए हुए हैं।

ऐसे में चीन की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने के लिए लिपुलेख में एचडी (हाई डेफिनेशन) कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मॉनीटरिंग दिल्ली से की जा रही है। भारतीय सेना के अलावा अन्य लोगों को वहां आवागमन की मनाही है।

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