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ऑपरेशन त्रिशूल से आज भी कांपता है पाकिस्तान, भारतीय नौसेना ने मचाई थी तबाही

पाकिस्तानी सेना ने 3 दिसंबर को, भारत के एयरस्पेस और सीमा क्षेत्र पर हमला बोला था। इस हमले के बाद 1971 के युद्ध शुरुआत हुई थी। इसके बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन त्रिशूल (ट्राइडेंट)' की शुरू की थी।

Newstrack
Published on: 4 Dec 2020 2:05 PM IST
ऑपरेशन त्रिशूल से आज भी कांपता है पाकिस्तान, भारतीय नौसेना ने मचाई थी तबाही
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भारतीय नौसेना की एक टीम ने कराची तट पर पाकिस्तानी जहाजों पर हमला बोल दिया। इस टीम के पास एक मिसाइल नाव और दो युद्धपोत थे।

नई दिल्ली: हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। आज के ही दिन भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी थी। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय नौसेना की जीत के जश्न के रूप में मनाया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने 3 दिसंबर को, भारत के एयरस्पेस और सीमा क्षेत्र पर हमला बोला था। इस हमले के बाद 1971 के युद्ध शुरुआत हुई थी। इसके बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन त्रिशूल (ट्राइडेंट)' की शुरू की थी।

पाकिस्तानी नौसेना के कराची मुख्यालय को निशाना बनाकर इस ऑपरेशन की शुरुआत की गई थी। भारतीय नौसेना की एक टीम ने कराची तट पर पाकिस्तानी जहाजों पर हमला बोल दिया। इस टीम के पास एक मिसाइल नाव और दो युद्धपोत थे। पहली बार जहाज पर एंटी शिप मिसाइल से हमला बोला गया था। भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कई जहाजों का तबाह कर दिया। इस दौरान पाकिस्तान के तेल टैंकरों को नष्ट कर दिया।

सात दिन तक जलता रहा पाकिस्तान का तेल डिपो

भारतीय नौसेना ने कराची हार्बर फ्यूल स्टोरेज को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान नौसेना को तगड़ा झटका लगा था। कराची के तेल टैंकरों में आग इतनी भयानक थी कि 60 किलोमीटर की दूरी से आग की लपटें दिख रही थीं। कराची तेल डिपो में लगी आग को पाकिस्तानी 7 दिन तक नहीं बुझा पाई।

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1971 के इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को धूल चटा थी। इस युद्ध में भारतीय नौसेना ने ताकत और बहादुरी की मिसाल पेश की थी। 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन त्रिशूल चलाकर पाकिस्तान के कराची नौसैनिक अड्डे को तबाह कर दिया था। इस जीत के लक्ष्य में भारत में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है।

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साल 1892 में इसका नाम रॉयल इंडियन मरीन रखा गया था। आजादी आजादी के बाद 1950 में नौसेना का एक बार फिर हुआ और इसे भारतीय नौसेना का नाम दिया गया।

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नौसेना की ताकत

पूरी दुनियाभर में भारतीय नौसेना चौथे नंबर पर है। नौसेना के पास कुल 285 जहाज हैं। नौसेना के पास 1 एयरक्राफ्ट कैरियर, 13 फ्राइगेट्स, 10 विध्वंसक पोत, कोर्वेट्स 19, 16 सबमरीन्स, 139 निगरानी जहाज और माइन वारफेयर 3 हैं।

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