×

हवा में कई दुश्मनों का एकसाथ काम तमाम कर देगी भारत की यह मिसाइल, जानें इसकी खासियत

भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया। युद्धपोत से छोड़ी जाने वाली यह मिसाइल दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही मार गिराने में सक्षम होगी। इसके साथ ही भारतीय नौसेना उन देशों में शामिल हो गया है जिसके पास यह विशिष्‍ट क्षमता मौजूद है।

Dharmendra kumar
Published on: 18 May 2019 11:05 AM GMT
हवा में कई दुश्मनों का एकसाथ काम तमाम कर देगी भारत की यह मिसाइल, जानें इसकी खासियत
X

नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया। युद्धपोत से छोड़ी जाने वाली यह मिसाइल दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही मार गिराने में सक्षम होगी। इसके साथ ही भारतीय नौसेना उन देशों में शामिल हो गया है जिसके पास यह विशिष्‍ट क्षमता मौजूद है।

यह परीक्षण पश्चिमी समुद्री इलाके में भारतीय नौसेना के युद्धपोतों से किया गया। इस तरह की मिसाइल दुनिया की चुनिंदा नौसेनाओं के पास हैं।

यह भी पढ़ें…अक्षय कुमार का ‘ट्रांसजेंडर’ लुक, रिलीज हुआ फिल्म ‘लक्ष्मी बॉम्ब’ का पहला पोस्टर

रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि नौसेना ने हवा में जवाबी कार्रवाई करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। विभिन्न विभागों के बेहतर तालमेल से यह उपलब्धि हासिल हुई। इसमें भारतीय नौसेना, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने भाग लिया।



यह मिसाइल 70 किमी के दायरे में आने वाली मिसाइलों, लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन, निगरानी विमानों और अवाक्स (हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली) को मार गिराएगी। यह हवा से एकसाथ आने वाले कई दुश्मनों पर 360 डिग्री में घूमकर एकसाथ हमला कर सकती है।

यह भी पढ़ें…आज दिखेगा ब्ल्यू मून, देखें नासा की वेबसाइट पर यह खगोलीय घटना

भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस कोच्चि और आईएनएस चेन्‍नई ने पश्चिमी समुद्र तट पर इसका सफल परीक्षण किया। इस दौरान विभिन्‍न हवाई टारगेट को इंटरसेप्‍ट किया गया। यानी हवा में ही टारगेट को नष्ट कर दिया गया। भारतीय नौसेना के लिए इस मिसाइल को इजरायल एयरोस्‍पेस इंडस्‍ट्रीज के सहयोग से डीआरडीएल हैदराबाद और डीआरडीओ ने संयुक्‍त रूप से विकसित किया है।

भारत डायनामिक्‍स लिमिटेड ने एमआरएसएएम का निर्माण किया है। जमीन से हवा में मार करने वाले इन मिसाइलों को कोलकाता क्लास के विध्‍वंसक युद्धपोत में लगाया जा सकता है। भविष्‍य में भारतीय नौसेना के सभी युद्धपोतों में भी इसका इस्‍तेमाल हो सकता है

यह भी पढ़ें…नौकरी का झांसा देकर कुवैत भेजी जा रही पांच नेपाली युवतियां छुड़ाई गईं

जानिए मिसाइल की खासियत

70 किमी के दायरे में आने वाली मिसाइलों, लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोनों, निगरानी विमानों और अवाक्स (हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली) को मार गिराएगी।

हवाई रक्षा के लिए एमआरएसएएम मिसाइल हर मौसम में काम कर सकती है।

360 डिग्री पर घूमकर विभिन्न तरह के खतरों के खिलाफ हमला करेगी।

2469.6 किमी प्रति घंटे की गति से दुश्मन पर कर सकती है हमला।

14.76 फीट लंबी और 276 किलोग्राम वजनी है यह मिसाइल।

इजरायल के साथ हुआ था 200 मिसाइलों का समझौता।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story