×

भारत बॉर्डर पर तैनात करेगा ये खतरनाक टैंक, नाम सुनते ही थर-थर कांप उठा चीन

भारत-चीन सीमा विवाद के बाद दोनों देशों के रिश्ते लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच कई स्तरों पर सैन्य वार्ता हो चुकी है। जिसमें काफी हद भारत अपनी बात मनवाने में सफल रहा है।

Newstrack
Published on: 20 July 2020 3:58 PM GMT
भारत बॉर्डर पर तैनात करेगा ये खतरनाक टैंक, नाम सुनते ही थर-थर कांप उठा चीन
X

नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा विवाद के बाद दोनों देशों के रिश्ते लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच कई स्तरों पर सैन्य वार्ता हो चुकी है। जिसमें काफी हद भारत अपनी बात मनवाने में सफल रहा है। जिसके बाद से चीन की सेना के गलवान वैली और लद्दाख के कुछ हिस्सों से पीछे हटने की खबरें भी आई है।

लेकिन भारत चीन की चालबाजियों को अच्छे से जानता हैं। इसलिए उसने चीन के साथ बातचीत जारी रखते हुए एहतियातन सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। बॉर्डर पर टैंकों की संख्या बढ़ा दी गई है।

भारत-चीन के बीच 14 घंटे तक चली सैन्य वार्ता, लिए गए कई अहम फैसले

चीन ने कहा- भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने तक कोई वार्ता नहीं

चीन की हरकतों पर भारत की नजर

भारत को अंदेशा है कि चीन का पुराना इतिहास भरोसे लायक कभी नहीं रहा है। इसलिए पूर्व कि घटनाओं से सबक लेते हुए इस बार उस पर भरोसा करना सही नहीं होगा।

इसलिए सीमा पर चीन की नापाक हरकतों का जवाब देने के लिए लद्दाख में टी-90 टैंक को डेप्यूट की गई है। जो कई अत्याधुनिक उपकरणों से लैश है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस टैंक के ऊपर 'माइन प्लाउ' लगाया जाएगा।

क्या हुआ परिणाम: 12 घंटे चली भारत-चीन के बीच वार्ता, ये चीजें आई सामने

खुद को बचाते हुए विरोधियों का सामना कर सकेंगे सैनिक

इसका फायदा ये होगा कि मान ले कि अगर किसी इलाके में दुश्मन माइंस बिछा दे तो उसे टैंक के ऊपर रहकर ही खोदकर बाहर निकाल लिया जाएगा। इस डील से उम्मीद है कि भारत के जवान सीमा पर बिना किसी माइंस का शिकार बने, खुद को बचाते हुए विरोधियों का सामना कर सकेंगे।

इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने 557 करोड़ रुपये की डील साइन की है। जिसके अंतर्गत भारत को 1512 'माइन प्लाउ' मिलेंगे, जिसे बाद में टी-90 टैंक पर लगाया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डील के अंतर्गत मिलने वाले सभी 'माइन प्लाउ' के भारत में पहुंचने की प्रक्रिया 2027 तक पूरी कर ली जाएगी। हालांकि इसके आने की शुरुआत अगले एक दो सालों में हो सकती है।

भारत-चीन तनाव पर शरद पवार की सलाह, ‘न करें राजनीति, इसमें कोई उपलब्धि नहीं’

Newstrack

Newstrack

Next Story