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PFI पर बड़ा खुलासा: प्रदर्शन के लिए 134 करोड़, कपिल सिब्बल हुए बेनकाब
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध की आड़ में लाखों करोड़ों के लेन-देन का मामला सामने आया है। ईडी ने दावा किया कि PFI ने CAA के खिलाफ प्रदर्शन को जारी रखने के लिए 134 करोड़ की फंडिग की।
दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून का विरोध जमकर हो रहा है। अब इसी कड़ी में कानून के विरोध की आड़ में लाखों करोड़ों के लेन-देन का मामला सामने आया है। दरअसल, सीएए को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन और और हिंसा हुई। जिसे लेकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है। PFI के बैंक खातों से देश के कई बदें वकीलों को पैसे दिए गये, जिसमें कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और इंदिरा जय सिंह जैसे नामचीन वकीलों का नाम भी है।
इन वकीलों के नाम आये सामने:
केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने दावा किया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने CAA के खिलाफ प्रदर्शन को जारी रखने के लिए 134 करोड़ के फंड को लेन-देन किया। इसके तहत देश के कई बड़े वकीलों को पैसे दिए गये। इनमें कपिल सिब्बल और इंदिरा जयसिंह का नाम भी शामिल है।
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सूत्रों का कहना है कि 2 से 3 दिन के अंदर 120 करोड़ रुपये जमा किए गए और उन्हें तुरंत निकाल भी लिया गया है। ED की टीम को PFI संस्था और उससे जुड़े करीब 73 बैंक एकाउंट की जानकारी मिली है। पीएफआई के 27 और उससे संबंधित इकाई रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF) 9 और पीएफआई की 17 अलग अलग इकाइयों से संबंधित 37 खातों में 2 से 3 दिन के अंदर अंदर 120 करोड़ रुपये जमा किए गए है।
यूपी में हिंसा भड़काने का भी लगा पीएफआई पर आरोप:
गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार ने PFI को बैन करने की मांग की थी। दरअसल, सीएए के विरोध में यूपी मे हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था, उसके पीछे PFI का हाथ बताया जा रहा है। इसी कड़ी में डीजीपी ओपी सिंह ने बताया था कि राज्य के कई इलाकों में दंगा और तोड़फोड़ करने के आरोप में पीएफआई के 25 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
जानें, पीएफआई के बारें में:
कहा जाता है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। इसको लेकर कुछ सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी इस संगठन के ISIS और सिमी के साथ संपर्कों की तलाश में जुटा है। एजेंसियों को कुछ चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पीएफआई के बारे में कहा जाता है कि उसका केरल मॉड्यूल ISIS के लिए काम कर रहा था। वहां से इसके सदस्यों ने सीरिया और इराक में ISIS को जॉइन किया।