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Jagannath Rath Yatra 2023: आज निकाली जाएगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, भक्तों में भारी उत्साह, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
Jagannath Rath Yatra 2023 Update: हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को इस यात्रा की शुरुआत होती है और फिर यह रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल की दशमी तक चलती है।
Jagannath Rath Yatra 2023 Update: ओडिशा के पुरी में आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को लेकर भारी उत्साह दिख रहा है। आज निकलने वाली इस रथ यात्रा को देखने और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद पाने के लिए देश-दुनिया से काफी संख्या में भक्त पुरी पहुंच चुके हैं। रथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को इस यात्रा की शुरुआत होती है और फिर यह रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल की दशमी तक चलती है।
आज भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों को श्री गुंडिचा मंदिर तक खींचा जाएगा। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस मौके पर पुरी में करीब दस लाख भक्तों के जुटने की संभावना है। पुरी के अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन किया जाएगा। गुजरात के अहमदाबाद में भी रथ यात्रा महोत्सव की जोरदार तैयारियां की गई हैं। पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा के बाद इसे देश की दूसरी सबसे बड़ी रथयात्रा माना जाता है।
दस लाख भक्तों के उमड़ने की उम्मीद
पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा का हर साल भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। रथयात्रा में हिस्सा लेने के लिए काफी संख्या में लोग पहले ही पुरी पहुंच जाते हैं। इस बार भी लोगों में रथयात्रा के प्रति भारी उत्साह का माहौल है और इस कारण रथयात्रा में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने रथयात्रा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आज भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों को खींचकर गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि इस दौरान करीब दस लाख भक्तों की भीड़ उमड़ सकती है। उन्होंने कहा कि रथयात्रा की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस उत्सव के लिए तीन विशाल रथों को श्री जगन्नाथ मंदिर के सामने खड़ा किया गया है। श्री जगन्नाथ मंदिर का भी काफी ऐतिहासिक महत्व रहा है और इस विश्वविख्यात मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भक्तों की भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं। पुरी में सुरक्षाबलों के 180 प्लाटून की तैनाती की गई है। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए पूरे शहर को कई जोन और सेक्शन में बांटा गया है।
परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर ने बताया कि समुद्री तट पर गश्त करने के लिए एक तटरक्षक हेलीकॉप्टर की तैनाती भी की गई है। इसके साथ ही पारादीप में इंटरसेप्टर नौकाएं भी तैनात रहेंगी। भक्तों को पुरी तक पहुंचने में मदद करने के लिए रेलवे की ओर से 125 विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं। रथ यात्रा के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की भी मदद ली जाएगी।
रथ यात्रा का क्या है महत्व
पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर का भक्तों के बीच विशेष महत्व रहा है। कहा जाता है कि पुरी भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर है जहां वह अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ गए थे। इस दौरान उन्होंने नगर का भम्रण करने के साथ ही भक्तों को दर्शन दिया था। जगन्नाथ मंदिर के साथ कई पौराणिक कहानियां जुड़ी हुई हैं। भगवान जगन्नाथ का आज भी मौसी के घर बड़े लाड प्यार के साथ स्वागत किया जाता है। इसलिए हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाले जाने की परंपरा है।
अहमदाबाद में भी जोरदार तैयारियां
पुरी के अलावा गुजरात के अहमदाबाद में भी रथ यात्रा को लेकर बड़ा आयोजन किया जाता है। पुरी की रथ यात्रा के बाद इसे देश का दूसरे सबसे बड़ा रथ यात्रा का आयोजन माना जाता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस रथ यात्रा के आयोजन में हिस्सा लेने के लिए गुजरात पहुंचे हैं। उन्होंने जमालपुर क्षेत्र में रथ यात्रा से पहले जगन्नाथ मंदिर की मंगला आरती में हिस्सा लिया। इस रथयात्रा में भी लाखों भक्तों के उमड़ने की उम्मीद है।