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Eid-ul-Adha 2023: बकरीद से पहले जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की मुस्लिमों से खास अपील, सरकारी गाइडलाइन और सोशल मीडिया पर ये कहा

Eid-ul-Adha 2023: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने अपील की है कि ईद-उल-अजहा या बकरीद के मौके पर साफ-सफाई आदि का विशेष ध्यान रखें। जानें और क्या कहा?

Aman Kumar Singh
Published on: 26 Jun 2023 1:34 PM GMT (Updated on: 26 Jun 2023 1:43 PM GMT)
Eid-ul-Adha 2023: बकरीद से पहले जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की मुस्लिमों से खास अपील, सरकारी गाइडलाइन और सोशल मीडिया पर ये कहा
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जामा मस्जिद में नमाज पढ़ते लोग (Social Media)

Eid-ul-Adha 2023 : मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) ने 26 जून को मुसलमानों से 'ईद-उल-अजहा' (Bakrid 2023) पर कुर्बानी देते समय सरकारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया। संगठन ने कुर्बानी दिए गए जानवरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करने की भी अपील की। बता दें, कुर्बानी का त्योहार 'बकरीद' या ईद-उल-अजहा गुरुवार (29 जून) को मनाई जाएगी।

गौरतलब है कि, 'बकरीद' का त्योहार चांद दिखने के 10वें दिन मनाया जाता है। ईद उल जुहा या 'अजहा' या बकरीद, ईद उल फितर (Eid ul Fitr) के दो महीने और 9 दिन बाद मनाई जाती है। 19 जून को उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक में बकरीद का चांद नजर आया था। उसी दिन मुस्लिम संगठनों ने 29 जून को बकरीद का त्योहार मनाए जाने का ऐलान किया था।

क्या अपील है जमीयत उलेमा-ए-हिंद की?

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani) ने एक बयान में कहा, 'मौजूदा स्थिति के मद्देनजर ये आवश्यक है कि मुस्लिम जानवरों की कुर्बानी देते समय एहतियात बरतें। मदनी ने मारे गए जानवरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा ना करने का भी आग्रह किया है। मौलाना मदनी ने मुसलमानों से कुर्बानी करते समय सरकारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन (Government Guidelines on Bakrid 2023) करने और प्रतिबंधित जानवरों की बलि ना देनेकी भी अपील की।

जानवरों के कचरे को सड़कों या गलियों में ना फेकें

मौलाना अरशद मदनी ने आगे कहा कि, 'जहां भी कोई जायज कुर्बानी को रोकने का प्रयास करे तुरंत ही प्रशासन को विश्वास में लें। मदनी ने मुस्लिम भाईयों को ईद-उल-अजहा के मौके पर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की भी सलाह दी। साथ ही, इस बात पर भी जोर दिया कि जानवरों के कचरे को सड़कों या गलियों और नालियों में नहीं फेंकें। बल्कि, इस तरह से दफनाया जाए कि इससे कोई दुर्गंध न हो।' उन्होंने विशेष समुदाय के लोगों से सांप्रदायिक तत्वों की ओर से किसी भी तरह की उकसावे की स्थिति में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया है।

Aman Kumar Singh

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