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जम्मू पुलिस की बड़ी कामयाबी, पाकिस्तानी जासूस से मिले कई अहम सुराग
जम्मू के साम्बा से पाकिस्तानी जासूस पंकज शर्मा को बुधवार को गिरफ्तार किया। आईएसआई ने कुछ साल पहले उसे हनीट्रैप किया था। उसके बाद से पंकज लगातार पाकिस्तान से जम्मू, साम्बा और कठुआ ज़िलों में सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां देता रहा।
जम्मू: जम्मू के साम्बा से पाकिस्तानी जासूस पंकज शर्मा को बुधवार को गिरफ्तार किया। आईएसआई ने कुछ साल पहले उसे हनीट्रैप किया था। उसके बाद से पंकज लगातार पाकिस्तान से जम्मू, साम्बा और कठुआ ज़िलों में सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां देता रहा। जुड़ी अहम जानकारियां देता रहा।
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जम्मू पुलिस के अनुसार, पंकज कुछ साल पहले सोशल मीडिया साइट फेसबुक के जरिए एक महिला के संपर्क में आया और फिर दोनों में दोस्ती हो गयी। धीरे धीरे फेसबुक के जरिये ही वो महिला पंकज से जम्मू, साम्बा और कठुआ जिलों की जानकारियां जुटाने लगी, जिसके एवज में पंकज के बैंक एकाउंट में पैसे भी जमा करवाये गए।
खबरों के अनुसार पंकज उस महिला के कहने पर जम्मू, कठुआ और साम्बा जिलों में भारतीय सेना के अहम ठिकानों, सीमा पर रिहायशी इलाकों के समेत जम्मू श्रीनगर हाईवे पर बने कई पुलों से जुड़ी जानकारियां और तस्वीरें शेयर करता रहा।
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आईएसआई से संपर्क में ऐसे आया था
हालांकि, जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त के बाद से इंटरनेट पर लगी पाबंदियों के बाद से पंकज का पाकिस्तानी हैंडलरो से संपर्क थोड़ा कम हुआ था लेकिन पिछले कुछ सालों में पंकज के दो बैंक खातों में कई बार संदिग्ध तौर पर पैसे जमा करवाये गए थे।
ताजा मामले में आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े युवक पंकज सिंह के सोशल साइट अकाउंट से पता चला है कि वह हनी ट्रैप का शिकार हुआ है। आईएसआई की महिला एजेंट ने उससे सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती की और बाद में व्हाट्सअप के जरिए पंकज से बातचीत करने लगी। महिला एजेंट ने उसे खुफिया जानकारी भेजने के एवज में रुपए लेने के लिए तैयार किया था। पूछताछ में पंकज ने कबूल किया है कि वह पिछले कुछ सालों से पाकिस्तानी एजेंट के रूप में काम कर रहा था। कई महत्वपूर्ण जानकारियां भेजता था। वह हाईवे के पुलों और कई अन्य तरह की जानकारियां भी भेज चुका है। उसके एवज में पैसे मिलते थे।
इससे पहले इसी साल जनवरी के पहले हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अरनिया के गांव पोवल के एक युवक को पुलिस ने पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संपर्क होने की आशंका में गिरफ्तार किया था। वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान में बैठे एजेंट के संपर्क में था और उन्हें सुरक्षा बलों के शिविरों व मौजूदगी की जानकारी देता था