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Jammu & Kashmir: बांदीपोरा में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, लश्कर का एक आतंकी गिरफ्तार, चाइनीज ग्रेनेड बरामद

Jammu & Kashmir : श्रीनगर. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ पुलिस और सेना का संयुक्त ऑपरेशन जारी है। इस क्रम में सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा से घाटी में आतंक फैलाने के लिए कुख्यात पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक दहशतगर्द को पकड़ लिया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Jun 2023 6:57 AM GMT
Jammu & Kashmir: बांदीपोरा में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, लश्कर का एक आतंकी गिरफ्तार, चाइनीज ग्रेनेड बरामद
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Jammu & Kashmir (social media)

Jammu & Kashmir : श्रीनगर. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ पुलिस और सेना का संयुक्त ऑपरेशन जारी है। इस क्रम में सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा से घाटी में आतंक फैलाने के लिए कुख्यात पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक दहशतगर्द को पकड़ लिया है। गिरफ्तार शख्स के पास से दो चाइनीज हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए हैं। घाटी में सक्रिय आतंकवादियों से अक्सर चीन निर्मित हथियार बरामद किए जाते रहे हैं।

इससे स्पष्ट है कि यूएन में आतंकियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में अड़ंगा डालने वाला ड्रैगन भी पाकिस्तान के साथ अप्रत्यक्ष रूप से जम्मू कश्मीर में हिंसा और अशांति को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। अरेस्ट किए गए शख्स के पहचान के बारे में कोई जानकार फिलहाल जारी नहीं की गई है। पुलिस की ओर से बताया गया कि शख्स लश्कर के आतंकियों के सहयोगी के तौर पर काम किया करता था।

इन मामलों में दर्ज हुआ केस

जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि खुफिया इनपुट पर बांदीपोरा जिले के बहाराबाद हाजिन में एक सर्च ऑपरेशन कंडक्ट किया गया। जिसमें स्थानीय पुलिस के अलावा 13 राष्ट्रीय रायफल्स और 45 बटालियन सीआरपीएफ ने एक ठिकाने से लश्कर के दहशतगर्दों की मदद करने वाले शख्स को धर दबोचा। पकड़े गए शख्स के विरूद्ध आर्म्स एक्ट और यूएपीए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस उसे हिरासत में लेकर घाटी में सक्रिय अन्य आतंकवादियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है।

आईएसआई का घिनौना खेल फिर आया सामने

पाकिस्तान की बदनाम गुप्तचर एजेंसी आईएसआई लगातार भारत प्रशासित जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाने की कोशिश करती रही है। अनुच्छेद 370 की समाप्ति और घाटी में सुरक्षाबलों के द्वारा दहशतगर्दों के सफाये के लिए पहले से अधिक प्रभावी अभियान चलाए जाने के कारण पड़ोसी मुल्क में बेचैनी है। ये बेचैनी श्रीनगर में संपन्न हुए हालिया जी20 की मीटिंग के दौरान साफ दिखी। सुरक्षाबलों ने विगत के वर्षों में घाटी में उस स्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने में काफी हद तक सफलता पाई है, जिसके जरिए यहां अशांति फैलाई जाती रही है।

इससे परेशान आईएसआई ने अब नया तरीका बनाया है, जो निश्चित तौर पर काफी घिनौना है। चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों ने अपने ओवर ग्राउंड वर्कर्स के रूप में नाबलिग बच्चों, बच्चियों और महिलाओं का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। दरअसल, असल में यह आइडिया पाक खुफिया एजेंसी का है। अब इन्हीं के जरिए घाटी में संदेशों का आदान-प्रदान, हथियार और ड्रग्स की सप्लाई होती है। उन्हें पता है कि इनपर जल्दी कोई शक नहीं करेगा और अगर किसी कार्रवाई में इन्हें कुछ हुआ भी तो इससे स्थानीय लोग ही पुलिस-प्रशासन के खिलाफ भड़केंगे।

आतंकी संगठनों ने अब अपने रोजमर्रा के कामों में तकनीक का इस्तेमाल काफी कम कर दिया है, अब वे पारंपरित साधनों का ही सहारा ले रहे हैं। बच्चे और महिलाएं अब उनका सॉफ्ट टारगेट हैं। सरकार के सामने लोगों को इस ट्रैप में फंसने से रोकना एक बड़ी चुनौती है। लेफ्टिनेंट औजला ने कहा कि आतंकियों के इस खतरनाक मंशा से लोगों को जागरूक करने के लिए सेना ‘सही रास्ता’ कार्यक्रम चला रही है। इसमें बच्चों और महिलाओं को इसके नुकसान के बारे में बताया जा रहा है। बकौल औजला इसके अच्छे परिणाम नजर आ रहे हैं।

Krishna Chaudhary

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