×

खुले मंदिर-मस्जिद: सभी धार्मिक स्थलों में जाने की इजाजत, सरकार ने किया ये एलान

राज्य आपदा विभाग की ओर से जारी आदेश के तहत 8 अक्टूबर 2020 से सभी मंदिर, मस्जिद समेत सारे धार्मिक स्थल खोल दिये जायेंगे।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 2 Oct 2020 9:21 AM IST
खुले मंदिर-मस्जिद: सभी धार्मिक स्थलों में जाने की इजाजत, सरकार ने किया ये एलान
X
राज्य आपदा विभाग की ओर से जारी आदेश के तहत 8 अक्टूबर 2020 से सभी मंदिर, मस्जिद समेत सारे धार्मिक स्थल खोल दिये जायेंगे।

रांची झारखंड में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2020 तक कर दिया गया है। इस दौरान कंटेनमेंट जोन के बाहर आने वाले सभी धार्मिक स्थलों को 8 अक्टूबर से खोलने की अनुमति दे दी गयी है। राज्य सरकार ने अनलॉक 5.0 में सभी धार्मिक स्थलों को 8 अक्टूबर से खोलने का निर्णय लिया है जिसके लिए गाइडलाइंस जारी की जायेगी। राज्य आपदा विभाग की ओर से जारी आदेश के तहत 8 अक्टूबर 2020 से सभी मंदिर, मस्जिद समेत सारे धार्मिक स्थल खोल दिये जायेंगे।

दशहरा आयोजन पर गाइडलाइन

दुर्गा पूजा को लेकर जारी आदेश में इस बार राज्यवासी ना तो गरबा का आनंद उठा पायेंगे और ना ही बच्चों के लिए मेला में लगा झूला देखने को मिलेगा। दुर्गा पूजा का आयोजन मंदिर, घरों के अलावा छोटे स्तर पर तैयार किये गये पंडालों में किया जा सकता है, जहां किसी तरह का कोई भीड़ नहीं होगी, सिर्फ पूजा होगी। स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान से लेकर सिनेमा हॉल सारे मल्टीप्लेक्स बंद ही रहेंगे।

मूर्ति की साइज 4 फीट

पूजा पंडाल या आसपास के इलाके में लाइटिंग करने पर पाबंदी रहेगी किसी तरह का थीम पर कोई पंडाल या मंडप नहीं बनेगा। तोरण द्वार या स्वागत गेट आयोजन के दौरान नहीं बनाया जायेगा, सिर्फ पंडाल में जहां मूर्ति रहेगी, वहीं ढंका हुआ रहेगा मूर्ति की साइज 4 फीट तक निर्धारित की गई है।

यह पढ़ें....कर्मचारियों को राहत: सरकार का बड़ा एलान, दफ्तर न जाने पर भी नहीं होगे Absent

पंडाल या मूर्ति का उदघाटन कार्यक्रम नहीं होगा। कोई पब्लिक एड्रेस सिस्टम, लाउडस्पीकर सिस्टम नहीं रहेगा। किसी तरह का मेला नहीं लगेगा और ना ही फूड स्टॉल लगेंगे। दुर्गा पूजा के पंडाल में एक समय में पुजारी और आयोजक को मिलाकर सिर्फ 7 लोग ही रह सकते हैं। विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा, सिर्फ प्रशासन जहां तय करेगा, वहां सादगी से जाकर विसर्जन किया जाएगा।

KAALI MANDIR JHARKHNAD फाइल फोटो

रावण का पुतला दहन

गरबा या डांडिया का कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। रावण का पुतला दहन को लेकर किसी तरह के आयोजन करने पर रोक रहेगी। सारे आयोजन के दौरान जो आयोजक और पुजारी हैं वही मास्क पहने रहेंगे। 6 फीट का पब्लिक डिस्टेंस होना जरूरी है जो लोग पूजा पंडाल या मंडप में होंगे, वे लोग सफाई का ख्याल रखेंगे ।

कोविड-19 के सारे प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। अगर किसी ने इस तरह के नियम का उल्लंघन किया तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। लॉकडाउन के दौरान यह नियम प्रभावी रहेंगे। जितने भी धार्मिक स्थल होंगे, उसमें सुप्रीम कोर्ट के एसओपी का पालन होगा, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा।

यह पढ़ें....US राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में मिले कोरोना के लक्षण, पत्नी मेलानिया समेत क्वॉरेंटाइन

इन सब पर गाइडलाइन जारी

दारू, पान, तंबाकू के सेवन पर पाबंदी रहेगी। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने की पाबंदी रहेगी। राज्य के भीतर ही आने जाने को लेकर जो नियम लागू किया गया था, वह प्रभावी रहेगा। अंतिम संस्कार में 20 से अधिक व्यक्ति शामिल नहीं हो सकते हैं।

शादी विवाह या अन्य समारोह में 50 से अधिक लोग नहीं जुटेंगे। 6 फीट का सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। मास्क पहनना अनिवार्य होगा। शॉपिंग मॉल सामान्य तरीके से जिन नियमों से चल रहा है, वह चलता रहेगा होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाऊस, पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पूर्व के नियमों से ही चलेंगे। ऐसे में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story