×

किसान आंदोलन: झारखंड में पक्ष-विपक्ष आमने-सामने, BJP ने बताया दोहरा चरित्र

08 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद को भी सत्ताधारी दलों ने सफल बनाने की बात कही है। इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। इस बीच प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने कृषि क़ानूनों को लेकर यूपीए पर निशाना साधा है।

Newstrack
Published on: 7 Dec 2020 7:25 PM IST
किसान आंदोलन: झारखंड में पक्ष-विपक्ष आमने-सामने, BJP ने बताया दोहरा चरित्र
X
किसान आंदोलन को लेकर झारखंड में पक्ष-विपक्ष आमने-सामने, भाजपा ने बताया दोहरा चरित्र

रांची: किसान आंदोलन को झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झामुमो, कांग्रेस और राजद ने अपना समर्थन दिया है। साथ ही वाम दलों ने भी अपनी आवाज़ बुलंद की है। 08 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद को भी सत्ताधारी दलों ने सफल बनाने की बात कही है। इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। इस बीच प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने कृषि क़ानूनों को लेकर यूपीए पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इसे महागठबंधन का दोहरा चरित्र क़रार दिया है।

ये भी पढ़ें: 9 लाख का बल्ब: करामाती के नाम पर बना बवाल, ऐसे सामने आया मामला

किसानों के कंधे पर बंदूक

झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि, किसानों के साथ खड़े होने वाले राजनीतिक दल जनता में अपना विश्वास खो चुके हैं। किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपना राजनीतिक हित साधने की कोशिश हो रही है। जमशेदपुर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि, देश में कहीं कोई आंदोलन होता है तो ये राजनीतिक दल अपना अस्तित्व बचाने के लिए कूद पड़ते हैं और देश में अराजकता का वातावरण बनाते हैं। राजनीतिक लाभ के लिए ये दल अपनी विचारधारा और सिद्धांतों को छोड़कर तात्कालिक राजनीतिक फायदे के लिए मैदान में कूद पड़ते हैं। दीपक प्रकाश ने कहा कि, किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं ने शुरू में इसमें पॉलिटिकल पार्टियों की इंट्री नहीं देने की बात कही थी। हालांकि, आज उसके उलट हो रहा है।

कांग्रेस कर रही भ्रमित

झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि, कृषि क़ानूनों को लेकर कांग्रेस देश को भ्रमित कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस बिल को 2019 के अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था। उस मैनिफेस्टों में साफ-साफ लिखा था कि, कांग्रेस Agricultural Product Market Committees Act को निरस्त कर देगी और कृषि उत्पादों के व्यापार की व्यवस्था करेगी। कांग्रेस का यह घोषणा पत्र अब भी उनकी वेबसाइट में मौजूद है। 27 दिसंबर 2013 को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता कर कहा था कि, कांग्रेस शासित प्रदेशों में APMC Act के तहत फलों और सब्जियों की डिलिस्ट कर देंगे ताकि, उनके दाम कम किए जा सकें।

आप और स्वराज पार्टी पर निशाना

झारखंड भाजपा ने आम आदमी पार्टी और स्वराज अभियान को लेकर भी जमकर हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि, किसान आंदोलन से सबसे अधिक दिल्ली के लोग प्रभावित हैं। हालांकि, दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी कृषि कानूनों को लेकर देश को भ्रमित करने में जुटी है। स्वराज पार्टी के योगेंद्र यादव पर उन्होने कहा कि, किसान आंदोलन में घुसकर अपना चेहरा चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। योगेंद्र यादव बिन पेंदी के लोटा के समान हैं। कृषि सुधार कानूनों को लेकर वे देश को भड़काने में जुटे हैं।

ये भी पढ़ें: आंदोलन में अन्ना हजारे: आए किसानों के समर्थन में, भारत बंद में रखेंगे व्रत

मुस्लिम संगठनों का समर्थन

किसान आंदोलन को झारखंड के मुस्लिम संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। मजलिसे उल्लेमाए झारखंड, सेंट्रल मोहर्रम कमेटी, झारखंड मुस्लिम सेंट्रेल कमेटी और आम जनता हेल्पलाइन समेत कई संगठनों ने किसानों के साथ खड़े होने की बात कही है। इन संगठनों ने 08 दिसंबर को होने वाले भारत बंद को भी अपना पूरा समर्थन दिया है।

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट

Newstrack

Newstrack

Next Story