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106 वर्षीय महिला किसान: मोदी के सिर पर रखा हाथ, किसानों में सबसे बड़ा पद इनका

तमिलनाडु में रहने वाली आर पप्पाम्मल 106 साल की हैं और सबसे अधिक उम्र की किसान मानी जा रहीं हैं। आर पप्पाम्मल से पीएम मोदी की मुलाक़ात बीते गुरूवार हुई थीं

Shivani Awasthi
Published on: 26 Feb 2021 1:47 PM GMT
106 वर्षीय महिला किसान: मोदी के सिर पर रखा हाथ, किसानों में सबसे बड़ा पद इनका
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लखनऊ: इन दिनों जब देश के किसान सरकार और पीएम मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, तभी सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है। ये तस्वीर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने फेसबुक पेज से पोस्ट की है। इस तस्वीर में एक बुजुर्ग महिला के सामने पीएम मोदी हाथ जोड़ कर खड़े हैं और बुजुर्ग महिला उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं। इस तस्वीर की तो ख़ास बातें हैं, पहली- वह महिला काफी बुजुर्ग हैं, जिसकी उम्र 106 साल बताई जा रही। दूसरी ख़ास बात हैं कि महिला किसान है और दावा किया जा रहा है कि वह देश की सबसे बुजुर्ग किसान हैं।

106 साल की महिला किसान ने दिया पीएम मोदी को आशिर्वाद

जिस महिला की हम बात कर रहे हैं, उनका नाम है आर पप्पाम्मल। तमिलनाडु में रहने वाली आर पप्पाम्मल 106 साल की हैं और सबसे अधिक उम्र की किसान मानी जा रहीं हैं। उन्हें लोग अम्मा कहते हैं। आर पप्पाम्मल से पीएम मोदी की मुलाक़ात बीते गुरूवार हुई थीं, जब वह तमिलनाडु के कोयंबटूर दौरे पर थे। पीएम मोदी यहां तिरुप्पुर, मदुरै और तिरुचिरापल्ली जिलों में 4,144 घरों का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस बीच 106 साल की अम्मा से पीएम मोदी की मुलाक़ात हुईं। अम्मा पप्पाम्मल ने पीएम मोदी के शिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। पीएम मोदी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर इसकी तस्वीर शेयर की गई।

आर पप्पाम्मल अम्मा के बारें में जानें

पप्पाम्मल अम्मा तमिलनाडु में जैविक खेती करती हैं। वह खेत-खलिहान में अब भी सक्रिय हैं। 1914 में कोयंबटूर के देवलापुरम में पप्पाम्मल का जन्म हुआ। बेहद छछोटी उम्र में अभिभावकों के निधन के बाद अम्मा अपनी दो बहनों के साथ दादी की देखरेख में पली बढ़ीं। समझदार हुईं तो परिवार की एक दुकान संभालने लगीं। जिसके बाद उन्होंने खाने-पीने की दुकान खोली। बाद जमा पैसों से 30 साल की उम्र में गांव में ही 10 एकड़ जमीन खरीदी।

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अम्मा पिछले 7 दशकों से ऑर्गेनिक खेती कर रहीं हैं, जिसके लिए वे मात्र तमिलनाडु ही नहीं पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गई हैं। सुबह साढ़े 5 बजे उनके दिन की शुरुआत होती है और 6 बजते-बजते वह अपने खेतों में पहुंच जाती हैं। अपनी नियमित दिनचर्या के जरिए उन्होंने जीवन के 106 बसंत पार करने के बावजूद खुद को फिट रखा है। बता दें कि कोयंबटूर जिले में नीलगिरि हिल्स काफी मशहूर है।

पंचायत चुनाव भी जीत हुईं पप्पाम्मल अम्मा:

केवल खेती नहीं पप्पाम्मल अम्मा ने सियासत में भी हाथ आजमाया और जीत भी दर्ज करवाई। साल 1959 में थेकमपट्टी पंचायत में वॉर्ड मेंबर रहने के बाद करमादई पंचायत यूनियन की सदस्य रहीं। एम करुणानिधि की पार्टी डीएमके से भी जुडी रहीं। कहते हैं कि पप्पाम्मल अम्मा करुणानिधि की प्रशंसक थीं।

लोगों के लिए मिसाल बन चुकी पप्पाम्मल

पप्पाम्मल तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के एजुकेशन डिपार्टमेंट से भी जुड़ी हैं। तमाम सेमिनार और कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लेकर वह जैविक खेती की तकनीक और फायदों के बारे में बताती हैं। उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड भी मिल चुका हैं।

Shivani Awasthi

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