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Property of Tirupati Balaji : तिरुपति में आता है सबसे ज्यादा दान, जानें कितनी संपत्ति के मालिक है भगवान वेंकटेश्वर

Property of Tirupati Balaji : भारत में जितने भी मंदिर हैं, उनमें आन्ध्र प्रदेश का तिरुपति बाला जी सबसे अमीर मंदिर है। 2020 में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट के पास 9,000 किलोग्राम शुद्ध सोना जमा है। अनुमान के मुताबिक जो बीते 2 सालों में 10,000 किलो से भी ज्यादा होगा।

Archana Pandey
Published on: 27 Jun 2023 8:21 AM GMT (Updated on: 27 Jun 2023 8:23 AM GMT)
Property of Tirupati Balaji : तिरुपति में आता है सबसे ज्यादा दान, जानें कितनी संपत्ति के मालिक है भगवान वेंकटेश्वर
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Tirupati Balaji temple

Property of Tirupati Bala ji: भारत में जितने भी मंदिर हैं, उनमें आन्ध्र प्रदेश का तिरुपति बाला जी सबसे अमीर मंदिर है। मंदिर के भगवान वेंकटेश्वर सबसे धनवान भगवान हैं। दरअसल, यहां श्रीविष्णु का अवतार भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने देश-विदेश से 50 हजार से लेकर 1 लाख श्रद्धालु हर रोज आते हैं। विशेष मौकों जैसे सालाना ब्रह्मोत्सवम और त्योहारों पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 4-5 लाख भी हो जाती है। यहां आने वाले भक्त अपने भगवान वेंकटेश्वर के चरणों में खूब सोना, चांदी, कैश, जमीन के कागजों के अलावा डी मैट शेयर भी चढ़ावे में चढाते है।

मंदिर के बारे में खास

तिरुमाला की पहाड़ियों पर बना यह मंदिर भगवान विष्णु के आठ स्वयंभू मंदिरों में से एक है। मंदिर में दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्पकला का नायाब नमूना देखना हो मिलता है। द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की सात फीट ऊंची प्रतिमा विराजमान है। इस प्रतिमा की खास बात है कि यह दाईं ओर स्थापित है लेकिन मध्य नजर आती है।

10,000 किलो सोने के मालिक

तिरुपति मंदिर में आने वाले भक्त खूब दान देते हैं। इतना की शरीर में पहने सोने-चांदी के गहने भी उतारकर चढ़ा देते हैं। इसके अलावा कई भक्त तो किलो के हिसाब में सोना दान कर जाते हैं। साल 2020 में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट के पास 9,000 किलोग्राम शुद्ध सोना जमा है। अनुमान के मुताबिक जो बीते 2 सालों में 10,000 किलो से भी ज्यादा होगा। साल 2020 में TTD अधिकारियों ने बताया था कि 7,235 किलो सोना दो बैंकों में जमा है। लगभग 1,934 किलो सोना मंदिर के खजाने में है। जिसमें भक्तों की ओर से चढ़ाई गई 553 किलो की छोटी जूलरी और अन्य सोने के आइटम शामिल हैं।

ब्याज में सौ किलो सोना

तिरुपति बालाजी मंदिर में हर दिन लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। जिसके चलते मंदिर दान से हर साल 1,000 से लेकर 1200 करोड़ रुपये तक की कमाई करता है। तिरुपति मंदिर के 12,000 करोड़ से ज्यादा रुपये अलग-अलग बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा होने का अनुमान है। यह भी अनुमान है कि बैंकों में रखे सोने से भी मंदिर को ब्याज में 100 किलो से ज्यादा सोना हर साल मिलता है।

इतने एकड़ में है जमीन

मंदिर के पास 1128 अचल संपत्तियां हैं, जो 8,088.89 एकड़ जमीन पर फैली हुई हैं। इनमें से 233 कृषि भूमि 2,085.41 एकड़ में फैली हुई हैं। बाकी 895 एसेट्स गैर कृषि भूमि 6,003.48 एकड़ में फैली हैं। इसके अलावा मंदिर में भगवान बालाजी की मूति समेत अन्य मूर्तियों को कई सौ करोड़ की डायमंड स्टडेड गोल्ड ज्वैलरी और एंटीक्स से सुसज्जित हैं। बता दें मंदिर की कुल संपत्ति को लेकर आधिकारिक तौर पर जानकारी उपलब्ध नहीं है।

बालों के दान से भी कमाई

मंदिर की कमाई यहां दान किए जाने वाले बालों से भी होती है। दरअसल यहां आने वाले भक्त चाहें महिला हो या पुरूष अपने बाल दान करते हैं। जिसकी संख्या हर साल लगभग 500 से 600 टन होती है। इन बालों को बेचकर मंदिर की करोड़ों की कमाई होती है। इसके लिए इन बालों को साफ रखने के लिए पहले उबाला और धोया जाता है। इसके बाद सुखाकर सही तापमान में स्टोर करके रखा जाता है। जिन्हें बेचने के लिए बालों की ऑनलाइन नीलामी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम द्वारा लगाई जाती है।

जंबो बोर्ड करता है संचालन

बालाजी मंदिर का संचालन 81 सदस्यीय जंबो बोर्ड करता है। बोर्ड में अध्यक्ष के अलावा 24 नियमित और चार पदेन सदस्यों के साथ-साथ 52 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। टीटीडी ट्रस्ट का यह बोर्ड पीएम मोदी के केन्द्रीय मंत्रिमंडल से भी बड़ा है।

इसके अलावा टीटीडी ट्रस्ट में करीब 21 हजार कर्मचारी काम करते हैं हैं। इनमें से 8 हजार 500 कर्मचारी स्थायी नियुक्ति पर हैं। लगभग 13 हजार कर्मचारी कांट्रेक्ट बेस्ड और आउटसोर्स के हैं। जो अलग काम के साथ सुरक्षा व्यवस्था देखते हैं। वहीं, यहां 1500 से ज्यादा कर्मचारी साफ-सफाई का काम करते हैं।

तिरुपति बालाजी कैसे पहुंचे

तिरुपति बालाजी आप हवाईजहाज, ट्रेन और सड़क से भी आ सकते हैं। यहां पास में तिरुपति हवाई अड्डा है। जो तिरुपति बालाजी मंदिर से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं, मंदिर के पास ही तिरुपति रेलवे स्टेशन है। यहां से आपको मंदिर तक जाने के लिए टैक्सी आसानी से मिल जाती है। आंध्र प्रदेश के नजदीकी राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना पांडिचेरी से तिरुपति जाने के लिए बस मिल जाती है, लेकिन आपके शहर की दूरी कुछ ज्यादा है, तो आपको ट्रेन की सुविधा लेनी चाहिए।

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