चीन का हारना एकदम तय: भारत के सामने टिक भी नहीं पाएगी चीनी सेना, होगी खत्म

लद्दाख सीमा पर बीते कई महीनों से चल रहे भूमि विवाद की वजह से तनाव के बीच भारत अब शक्तिशाली हो गया है। ऐसे में चीन के साथ अगर युद्ध भी होता है तो भारतीय टैंक कमांडरों को भरोसा है कि चीन के हल्के टैंक भारत के टी-90 भीष्म टैंक के सामने टिक भी नहीं पाएंगें।

Newstrack
Published on: 4 Oct 2020 6:16 AM GMT
चीन का हारना एकदम तय: भारत के सामने टिक भी नहीं पाएगी चीनी सेना, होगी खत्म
X
लद्दाख सीमा पर बीते कई महीनों से चल रहे भूमि विवाद की वजह से तनाव के बीच भारत अब शक्तिशाली हो गया है। ऐसे में चीन के साथ अगर युद्ध भी होता है

नई दिल्ली: लद्दाख सीमा पर बीते कई महीनों से चल रहे भूमि विवाद की वजह से तनाव के बीच भारत अब शक्तिशाली हो गया है। ऐसे में चीन के साथ अगर युद्ध भी होता है तो भारतीय टैंक कमांडरों को भरोसा है कि चीन के हल्के टैंक भारत के टी-90 भीष्म टैंक के सामने टिक भी नहीं पाएंगें। चीन का धोखेबाजियों का शिकार अब भारत नहीं होगा। दुश्मन देश की नापाक हरकतों को देखते हुए भारत ने अपनी ताकत को पहले से कई गुना बढ़ा लिया है।

ये भी पढ़ें... 12 घंटों में प्रलय: यहां जारी हुआ तबाही की अलर्ट, आसमान से लगातार बरस रही मौत

चीन से निपटने के लिए पर्याप्त

जीं हां पूर्वी लद्दाख सीमा(LAC) और तिब्बती पठार जैसे ऊंचे युद्ध क्षेत्रों में टी-90 टैंक कहीं ज्यादा प्रभावशाली साबित होंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) पर चीन की सेना के आक्रामक रुख से निपटने के लिए भारत ने बड़े पैमाने पर टैंकों की तैनाती की है। ऐसे में हालातों को देखते हुए हाल ही में चीन ने हल्के टैंक टी-15 टैंक तैनात किए हैं।

BMP-2 Infantry फोटो-सोशल मीडिया

इसी कड़ी में चीन की इस चाल पर एक टैंक कमांडर ने कहा, चीन ने हल्के टैंकों को तैनात किया है। मौजूदा स्थिति में मेरा मानना है कि अगर दोनों सेनाओं के बीच टैंकों के साथ युद्ध होता है तो मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारे टी-90 और टी-72 टैंक दुश्मन पर भारी पड़ेंगे।

ये भी पढ़ें...दिल्ली को बम से उड़ाने के लिए भारी गोला बारूद लेकर पहुंचे 4 आतंकी गिरफ्तार

अत्यधिक ठंडे मौसम में काम कर सकते

LAC TANK फोटो-सोशल मीडिया

साथ ही अन्य कमांडर ने कहा, भारत के टी-90, टी-72 टैंक बीएमपी-2 इंफेंट्री कॉम्बेट व्हीकल के साथ 50 डिग्री से -40 डिग्री के तापमान में ऑपरेट कर सकते हैं। इन्हें दुनिया के सभी संभावित युद्ध क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है। ऊंचे पहाड़ी इलाकों में प्रदर्शन पर कमांडर ने कहा कि रूस मूल के टी-90 टैंक अत्यधिक ठंडे मौसम में काम कर सकते हैं, जो भारत में मौजूद टैंकों में भी यह खासियत है।

वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) पर कई जगहों पर भारत और चीन ने टैंकों की तैनाती की है। इसके अलावा डीबीओ सेक्टर में डेपसांग मैदान से लेकर दक्षिण किनारे पर पैगोंग झील, सपांगगुर गैप एरिया से लेकर चुमार-डेमचोक सेक्टर इसमें शामिल है। वहीं सूत्रों से सामने आई जानकारी के मुताबिक, चीन की सेना ने भारतीय इलाके के विपरीत टी-99एस और पीटीजेड समेत इंफेंट्री कॉम्बेट व्हीकल को तैनात किया है।

ये भी पढ़ें...आज बारिश का कहर: वज्रपात के साथ तेजी से गिरेगा पानी, मौसम का अलर्ट जारी

Newstrack

Newstrack

Next Story