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Politic: लोकसभा 2024 के लिए जोर आजमाइश

Politic: लोकसभा 2024 की तैयारी के लिए एनडीए दिल्ली में तो विपक्ष बंगलुरु में बैठक कर रहा है। अब इसमें कौन कितना ताकतवर है, यह देखना होगा।

Ashish Pandey
Published on: 18 July 2023 1:18 PM IST
Politic: लोकसभा 2024 के लिए जोर आजमाइश
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NDA and OPPosition

Politic: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जोर आजमाइश शुरू हो गई है। भाजपा नीत एनडीए की आज दिल्ली में बैठक हो रही है तो वहीं विपक्ष की बंगलुरु में बैठक चल रही है। इन दोनों ही बैठकों में तैयारी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर होगी। उसी को लेकर मंचथ और चिंतन के साथ चर्चा होगी। विपक्ष की बैठक में 22 दल हैं तो वहीं एनडीए की बैठक में 19 दल हैं। अब यहां सबसे बड़ी बात यह है कि एनडीए और विपक्ष में ताकतवर कौन है किसके पास कितना दम है और उनके साथ जो दल हैं उनकी क्या ताकत है। वह अपने क्षे़त्र में कितने मजबूत हैं।


विपक्षी की 22 पर एनडीए की 19-कौन कितना ताकतवर?-

विपक्षी बैठक में शामिल होने वाले दल नंबर गेम में कितने मजबूत?


कुल दल- 22 कुल सीटें- 124 कुल वोट- 34.47 प्रतिशत

-इन 22 दलों के अलावा विपक्षी दल की बैठक में उद्धव गुट की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी शामिल होगी। हालांकि, दोनों पार्टियां दो गुट में बंट गई हैं और दोनों का दूसरा गुट बीजेपी की बैठक में शामिल होगा।
-2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 18 सीटें जीती थीं। मौजूदा समय में इनमें से अधिकतर सांसद एकनाथ शिंदे गुट में हैं। वहीं, एनसीपी ने 2019 में 5 सीटें जीती थीं। हालांकि, कितने सांसद किस गुट में हैं, यह अभी तय नहीं हुआ है।

एनडीए में शामिल दलों के पास कितनी है ताकत?



ये बड़े दल, जो अभी नहीं है किसी के साथ-

ओडिशा की बीजद, आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दल ऐसे हैं, जिन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ये दल न अभी बीजेपी के साथ आए हैं और न ही विपक्षी महाजुटान में।
- बीजद, वाईएसआर कांग्रेस के अलावा इन दलों में जद(एस), बसपा, अकाली दल, तेलुगू देशम पार्टी और बीआरएस जैसे बड़े नाम शामिल हैं।

ये पार्टियां अभी किसी भी खेमे में नहीं -

बीआरएस को छोड़ दें, तो बाकी 6 दल (बीजद, वाईएसआर , जद(एस), बसपा, अकाली दल, टीडीपी) नए संसद के उद्घाटन के मुद्दे पर बीजेपी को समर्थन दे चुके हैं। इन दलों के पास लोकसभा में करीब 50 से ज्यादा सांसद हैं. माना जा रहा है कि ये पार्टियां चुनाव नतीजों के बाद अपने पत्ते खोल सकती हैं।





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Ashish Pandey

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