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मुख्तार भड़काः यूपी जेल में ट्रांसफर का किया विरोध, बताया पूर्व उपराष्ट्रपति से रिश्ता

मुख्तार अंसारी ने यूपी की जेल में ट्रांसफर किये जाने का विरोध किया है। इस बाबत मुख्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया।

Shivani Awasthi
Published on: 8 Feb 2021 5:39 PM GMT
मुख्तार भड़काः यूपी जेल में ट्रांसफर का किया विरोध, बताया पूर्व उपराष्ट्रपति से रिश्ता
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लखनऊ: यूपी का बाहुबली विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी ने अपने उपराष्ट्रपति से कनेक्शन का जिक्र करते हुए यूपी की जेल में ट्रांसफर किये जाने का विरोध किया है। मुख्तार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल कर दावा किया है कि वह भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के परिवार का है। उसने ये भी कहा कि वह ऐसे परिवार से ताल्लुक रखता है जिनका स्वंत्रता संग्राम में विशेष योगदान हैं।

पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी भेजे जाने का मुख्तार अंसारी ने किया विरोध

दरअसल, भूमाफिया मुख्तार पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। योगी सरकार उसे यूपी लाना चाहती है, इसके लिए मुख्तार के जेल ट्रांसफर की कवायद चल रही है। हालाँकि पंजाब सरकार ने मुख्तार की सेहत का हवाला देते हुए उसे पंजाब से यूपी भेजने से इनकार कर दिया। वहीं इस मामले में खुद मुख्तार अंसारी ने भी यूपी की जेल में ट्रांसफर किये जाने का विरोध किया है।

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सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया पूर्व उपराष्ट्रपति से रिश्ता

इस बाबत मुख्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया। दायर हलफनामे में उसने कहा कि उसका परिवार स्वतंत्रता सैनानियों और भारत में अहम योगदान देने वाले लोगों का है। मुख़्तार ने बताया कि उसके परिवार से स्वतंत्रता सेनानी, राज्यपाल, उपराष्ट्रपति और जज देश को मिले हैं।

मुख्तार के खानदान में स्वतंत्रता सेनानी से राज्यपाल, उपराष्ट्रपति तक

मुख्तार ने भूतपूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का जिक्र करते हुए कहा कि उसके परिवार से निकले हामिद अंसारी देश के उपराष्ट्रपति रहे हैं। वहीं डॉ मुख्तार अहमद अंसारी उसके दादाजी थे, जो कि एक स्वतंत्रता सेनानी थे और देश की आजादी में अहम योगदान दिया था। वे 1927-28 तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे। इसके अलावा जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के संस्थापक भी रहे।

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बाप-दादा का देश की स्वतंत्रता में अहम योगदान

माफिया डाॅन ने बताया की बाबा शौकतउल्लाह अंसारी भी उसी के परिवार के हैं, जो ओडिशा के राज्यपाल रहे। वहीं जस्टिस आसिफ अंसारी भी इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज रहे हैं। इसके अलावा मुख्तार के पिता सुभानुल्लाह अंसारी भी स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता थे।

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फिलहाल मुख्तार के यूपी जेल ट्रांसफर किये जाने के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है और इस मसले पर पिछली सुनवाई सोमवार को अदालत में हुई।

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