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Mahadev App Scam: महादेव ऐप मामले में नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 18 आरोपियों पर लगाया गैंगस्टर एक्ट
Mahadev App Scam: फरवरी में नोएडा पुलिस ने ऐप के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले हाईप्रोफाइल गिरोह का पर्दाफाश किया था। उस समय कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
Mahadev App Scam (photo: social media )
Mahadev App Scam: चर्चित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। हजारों करोड़ रूपये के इस फर्जीवाड़े का कन्केशन नोएडा से भी रहा है। इस साल फरवरी में नोएडा पुलिस ने ऐप के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले हाईप्रोफाइल गिरोह का पर्दाफाश किया था। उस समय कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब जानकारी सामने आई कि पुलिस ने 18 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मामले में चार्जशीट पहले ही दाखिल हो चुकी है। जिन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है, वे यूपी के अलग-अलग जिलों के और कुछ छत्तीसगढ़ के भी रहने वाले हैं। जब इस गिरोह का पर्दाफाश किया था, तब इसका नेटवर्क दुनिया के 11 देशों में फैला था। इनमें दुबई, श्रीलंका, मालदीव, सिंगापुर से लेकर अन्य एशियाई और अफ्रीकी देश शामिल हैं।
मुंबई में भी दर्ज हो चुका है मामला
महादेव ऐप घोटाले के तार मायानगरी मुंबई से भी जुड़े हुए हैं। मुंबई पुलिस ने 15 हजार करोड़ रूपये की धोखाधड़ी के आरोप में महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तक समेत 32 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक, 2019 से लेकर अब तक ऐप के प्रवर्तक सौरभ चंद्राकर, मुख्य आरोपी रवि उप्पल और शुभम सोनी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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महादेव ऐप को लेकर गरम है राजनीति
महादेव ऐप सट्टेबाजी ऐप को लेकर इन दिनों देश की राजनीति गरमाई हुई है। ऐप का कन्केशन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सामने आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर हमलावर है। चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेता इस घोटाले को लेकर लगातार सीएम बघेल को घेर रहे हैं। ईडी ने पिछले दिनों दावा किया था कि छत्तीसगढ़ सीएम को ऐप के प्रमोटरों की ओर से 508 करोड़ रूपये अब तक भुगतान हुआ है और यह जांच का विषय है। राज्य में लगातार इस मामले को लेकर छापे पड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री के करीबी एजेंसी के निशाने पर हैं। हालांकि, कांग्रेस और सीएम बघेल इसे केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग बता रहे हैं, जिसके जरिए बीजेपी चुनाव लाभ हासिल करना चाहती है।